बैंक संबंधी फॉर्म बाजार से खरीद रहे ग्राहक

बैंक से नहीं मिलता है ग्राहकों को फॉर्म बाजार से शुल्क व्यय कर खरीदते हैं फॉर्म गोगरी : एसबीआई की जमालपुर गोगरी शाखा में बैंक कर्मियों की मनमानी से बैंक में अराजकता का माहौल व्याप्त है, बैंक कर्मियों की तानाशाही रवैया के कारण यहां के उपभोक्ताओं में इनके प्रति आक्रोश देखा जा रहा है. बैंक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2017 3:20 AM

बैंक से नहीं मिलता है ग्राहकों को फॉर्म

बाजार से शुल्क व्यय कर खरीदते हैं फॉर्म
गोगरी : एसबीआई की जमालपुर गोगरी शाखा में बैंक कर्मियों की मनमानी से बैंक में अराजकता का माहौल व्याप्त है, बैंक कर्मियों की तानाशाही रवैया के कारण यहां के उपभोक्ताओं में इनके प्रति आक्रोश देखा जा रहा है. बैंक में आने जाने वाले आम उपभोक्ताओं को अगर कुछ समझना होता है और वो शाखा प्रबंधक से मिलते हैं तो वो उग्र हो कर उपभोक्ताओं को खरीखोटी सुनाने लगते हैं. वही, बैंक काउंटर से दिए जाने वाले एटीएम फॉर्म तथा खाता ओपनिंग फॉर्म लोगों को बाहर दुकान से खरीदने की नसीहत प्रबंधक द्वारा दिया जाता है. बुधवार को बैंक काउंटर पर एटीएम फॉर्म की मांग की गई तो बैंक कर्मी बाहर से फॉर्म खरीदने की बात कहने लगे.
इस संबंध में जब शाखा प्रबंधक योगेंद्र पांडेय से जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने उग्र होते हुए कहा कि एटीएम यूज करते हो तो पांच रुपये खर्च करके फॉर्म नहीं खरीद सकते हो क्या.
बैंक में एटीएम फॉर्म लेने के लिए बैंक आए संतोष कुमार ने बताया कि बैंक में कहा गया कि यहां फॉर्म नहीं है बाहर दुकान से खरीद लीजिए. इसीलिए बाहर से फॉर्म खरीदना पड़ा. वहीं ललन कुमार मिश्र ने बताया कि काउंटर पर एटीएम फॉर्म नहीं दिया जाता है और बाहर दुकान से खरीदने के लिए कहा गया, जब मैनेजर के पास गए तो बताया कि ज्यादा जल्दी है तो बाहर दुकान से खरीद लो. इसके अलावा कई अन्य ग्राहकों को बैंक कर्मी से एटीएम फॉर्म तथा खाता खोलने के लिए ओपनिंग फॉर्म आरजू विनती करते देखा गया और सभी को बाहर दुकान से खरीदने की सलाह मिलती रही.
प्रबंधक के व्यवहार से ग्राहक नाराज
जमालपुर बाजार के रामपुर रोड स्थित एसबीआई बैंक के शाखा प्रबंधक योगेंद्र पांडेय से अधिकांश उपभोक्ताओं में आक्रोश है. वजह है उपभोक्ताओं के प्रति उग्र रवैया. बैंक में अपनी समस्या को लेकर आने वाले लोगों से उनका व्यवहार ऐसा होता है मानो वो उनके बैंक में खाता खुलवाकर कोई अपराध किया है. तानाशाही रवैया और उग्र स्वभाव के दम पर वे आम उपभोक्ताओं को खरी खोटी सुनाते हुए दुर्व्यवहार पर उतारू हो जाते हैं. बाहर से फॉर्म खरीदने तथा एटीएम कार्ड का पिन नंबर निर्गत करने के नाम पर बैंक कर्मी द्वारा पैसे की मांग करने के संबंध में जब उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो शाखा प्रबंधक योगेंद्र पांडेय विफर पड़े और उन्होंने कहा कि आरोप बेबुनियाद है. काम का दबाव बना रहता है़

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