कुएं में गिरने से एक की मौत

दुखद . सोनो थाना क्षेत्र की बलथर पंचायत के तेरुखा गांव की घटना तेरुखा नावाडीह गांव में कुएं में गिरने से 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी. वहीं उसे बचाने के लिए कुएं में उतरे एक के बाद एक चार युवक जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गये. सोनो : थाना क्षेत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2017 3:27 AM

दुखद . सोनो थाना क्षेत्र की बलथर पंचायत के तेरुखा गांव की घटना

तेरुखा नावाडीह गांव में कुएं में गिरने से 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी. वहीं उसे बचाने के लिए कुएं में उतरे एक के बाद एक चार युवक जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गये.
सोनो : थाना क्षेत्र के बलथर पंचायत अंतर्गत तेरुखा नावाडीह गांव में बुधवार की सुबह कुआं में गिरने से 55 वर्षीय अशोक पांडेय उर्फ मुचकुन पांडेय की मौत मौके पर ही हो गयी. पैर फिसलने से कुआं में गिरे अशोक पांडेय को बचाने के लिए कुआं में उतरे एक के बाद एक चार युवक भी जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गये. चीख पुकार के बीच बड़ी संख्या में जुटे ग्रामीणों ने बड़ी मशक्कत से अचेतावस्था में चारों युवकों को कुआं से बाहर निकाला व फौरन इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनो लाया. जहां इलाज के बाद सभी होश में आ गये.
अस्पताल में इलाजरत तेरुखा निवासी मृतक अशोक पांडेय के 30 वर्षीय पुत्र नरेंद्र पांडेय, महेश्वर सिंह के 29 वर्षीय पुत्र चिरंजीवी सिंह, मुन्ना सिंह के 22 वर्षीय पुत्र रोशन कुमार सिंह व दिनेश सिंह के 18 वर्षीय पुत्र अभिषेक सिंह को चिकित्सकों ने खतरे से बाहर बताया है. घटना के संदर्भ में भाजपा सोनो मंडल अध्यक्ष व तेरुखा निवासी मनोज सिंह ने बताया कि सुबह लगभग 8:30 बजे अशोक पांडेय अपने घर के सामने स्थित कुआं पर गये थे. जहां पैर फिसलने से वह कुआं में गिर पड़ा. यह देख एक युवक जब उन्हें बचाने कुआं में उतरा तो वो भी अचेत हो गया. दोनों को निकालने के लिए कुआं में जाने वाला युवक एक के बाद एक अचेत होते गया. शायद कुआं के भीतर कोई जहरीली गैस थी. बड़ी मुश्किल से ग्रामीणों ने चारों अचेत युवकों व अशोक पांडेय को बाहर निकाला लेकिन अशोक पांडेय की मृत्यु हो चुकी थी. अचेत चारों युवकों को फौरन अस्पताल भेजा गया. इधर घटना की खबर सुनकर पंचायत के मुखिया ललित नारायण सिंह तत्क्षण घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में लग गये. उन्होंने मृतक के परिजन को कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार की राशि मुहैया कराया. जबकि बीडीओ द्वारा मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ के तहत बीस हजार का चेक दिया गया. घटना से आसपास के ग्रामीणों में शोक है.
बचाने उतरे चार युवक जहरीली गैस से बेहोश
नहीं रुक रहे थे बूढ़े माता-पिता के आंसू
अपने जीवन के आठवें दशक की उम्र में जिस वृद्ध को अपनी संतान का शव देखना पड़े उसकी व्यथा समझी जा सकती है. बुधवार को आंगन में पड़े अशोक पांडेय की शव के पास विलाप करते उनकी बूढ़ी माता व दुख के सागर में गोते लगाते वृद्ध पिता भूदेव पांडेय की वेदना असहनीय थी. अपने पुत्र के शव पर विलाप करती वृद्ध माता का क्रंदन जैसे यह कह रही थी कि भगवान का यह कैसा न्याय है कि इस बूढ़े उम्र में भी उनके सामने उनका पुत्र इस दुनिया को छोड़ गया.

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