पुलिस छावनी में तब्दील रहा शहर
शहर में व्याप्त तनाव के बीच लोग तरह-तरह की बातें करते रहे. प्रबुद्ध लोगों व प्रशासनिक अधकारियों ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की. जमुई : त्योहार के दौरान शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने के लिए की गयी तीसरी आंख की व्यवस्था पूरी तरह से धराशाई हो गयी. बताते […]
शहर में व्याप्त तनाव के बीच लोग तरह-तरह की बातें करते रहे. प्रबुद्ध लोगों व प्रशासनिक अधकारियों ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की.
जमुई : त्योहार के दौरान शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने के लिए की गयी तीसरी आंख की व्यवस्था पूरी तरह से धराशाई हो गयी. बताते चले कि त्योहार के दौरान शहर के कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे.
प्रशासन के द्वारा यह दावा किया गया था कि त्योहार के दौरान कोई अराजकता न फैले इसको लेकर तीसरी आंख की निगहबानी काफी हद तक कारगर साबित होगा. परंतु शहर की वर्तमान स्थिति को मद्देनजर रखते हुए इस कहा जा सकता है कि शहर में लगाये गये सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह से निरर्थक साबित हुआ.
एक छोटी सी भूल शहर को बहुत बड़ी टीस दे गया. टीस भी ऐसा कि देखते ही देखते पूरा शहर इसकी जद में आ गया. शहर दो भागों में विभक्त हो गया और स्थिति अनियंत्रित हो गयी. अब इसे प्रशासनिक लापरवाही कहें या अराजक तत्वों की कारगुजारी, पूरा शहर एक छोटी-सी भूल के कारण सुलग उठा. नतीजतन अमूमन शांति और सौहार्द के बीच त्योहार मनाने के आदी शहरवासी पूरे दिन भय और चिंता के बीच अपने अपने घरों में कैद रहे.
जारी रही पुलिस गश्ती
रविवार दिनभर शहर में पल रहे तनाव के बीच कानूनी व्यवस्था बरकरार रखने को लेकर पुलिस कप्तान जयंतकांत के निर्देशानुसार शहर भर में बड़ी संख्या में पुलिस व अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी थी. जिस वजह से पूरे दिन शहर पुलिस छावनी में तब्दील रहा. शहर के हर गली चौराहे पर पुलिस के जवान पूरे दिन मुस्तैद रहे.
इस दौरान बिहार पुलिस, सैप, बीएमपी, एसएसबी, सीआरपीएफ, एसटीएफ के जवान लगातार शहर में गश्ती लगाते रहे. जिस वजह से अराजक तत्वों का जुटान नहीं हो सका. वहीं इस दौरान पुलिस के जवान ने कुछ जगहों पर लाठी चार्ज भी किया. कुल मिलाकर पूरे दिन शहर में उपद्रवियों और पुलिस के जवानों के बीच आमना सामना वाली स्थिति बनी रही.