नमी अधिक होने के कारण नहीं शुरू हो सकी धान की खरीदारी

सरकारी निर्देशानुसार जिले में 41 हजार एमटी धान खरीद का लक्ष्य 15 नवंबर से होनी थी धान खरीद की शुरुआत जमुई : जिले में सरकार के निर्देश के बावजूद भी धान की खरीद शुरू नहीं हो पायी है. धान खरीद शुरू नहीं होने से किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2017 6:48 AM

सरकारी निर्देशानुसार जिले में 41 हजार एमटी धान खरीद का लक्ष्य

15 नवंबर से होनी थी धान खरीद की शुरुआत
जमुई : जिले में सरकार के निर्देश के बावजूद भी धान की खरीद शुरू नहीं हो पायी है. धान खरीद शुरू नहीं होने से किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों की मानें तो हर बार पैक्स या व्यापार मंडल द्वारा नमी अधिक होने का बहाना बना कर विलंब से धान की खरीद प्रारंभ की जाती है. जिसके कारण हमलोग अपनी धान की फसल को अन्यत्र औने-पौने दाम में बेचने के लिए विवश हो जाते हैं. यह कोई नयी बात नहीं है हर बार पैक्स या व्यापार मंडल ऐसा करते हैं.
यदि ससमय धान खरीद भी लेते हैं, तो धान बेचने के पश्चात अपना रुपया लेने के लिए सहकारिता विभाग, पैक्स अथवा व्यापार मंडल का चक्कर लगा लगा कर थक जाते हैं. क्योंकि राशि देने में काफी विलंब किया जाता है. इसी वजह से हमलोग पैक्स या व्यापार मंडल को अपना धान बेचने को तैयार नहीं होते हैं. कई बार तो धान लेने के बाद भी हमलोगों कई बार परेशान किया जाता है. कभी राशि नहीं होने की बात कह कर तो कभी अन्य कोई कारण बता कर.
कैसे होता है चावल तैयार
पैक्स और व्यापार मंडल के द्वारा धान की खरीदारी करने के पश्चात वह धान अपने से संबद्ध मिलर को चावल तैयार करने के लिए दिया जाता है और पैक्स या व्यापार मंडल के द्वारा ही धान से चावल कुटाई करने की राशि का भुगतान किया जाता है. साथ ही चावल तैयार करने के पश्चात पैक्स या व्यापार मंडल द्वारा चावल राज्य खाद्य निगम को उपलब्ध कराया जाता है. इसके पश्चात राज्य खाद्य निगम के द्वारा चावल की खरीद कर राशि का भुगतान किया जाता है.
कितने पैक्स और व्यापार मंडल हैं जिले में
जिले में वर्तमान समय में कुल 153 पैक्स और 10 व्यापार मंडल कार्यरत हैं. धान की खरीद के लिए सरकार द्वारा 15 नवंबर से लेकर 31 मार्च 2018 तक का समय निर्धारित किया गया है. राज्य सरकार के निर्देशानुसार 1550 रुपया प्रति क्विंटल के हिसाब से एक किसान से अधिकतम 1.50 सौ क्विंटल धान की खरीद करनी है. राज्य सरकार द्वारा पिछले वर्ष जिला को धान खरीद के लिए अनुमानित लक्ष्य 43 हजार एमटी का लक्ष्य दिया गया था. जिसके विरुद्ध लगभग 34 हजार एमटी धान की खरीद हुई थी. इस वर्ष राज्य सरकार की ओर से पैक्स और व्यापार मंडल को कुल 41 हजार एमटी धान का खरीद करने का लक्ष्य दिया गया है. वर्तमान समय में मात्र 55 पैक्स के पास नमी मापक यंत्र उपलब्ध है.किसानों से धान की खरीद करने के पश्चात राशि का भुगतान सहकारिता विभाग के द्वारा किया जाता है.
कहते हैं जिला सहकारिता पदाधिकारी
वर्तमान समय में जिले में नमी 22 प्रतिशत के करीब है और अभी अधिकांश जगहों पर धान की कटाई शुरू हुई है. इसलिए निर्धारित समय सीमा के अंदर खरीद प्रारंभ नहीं हो पाया है. नमी का स्तर 17 प्रतिशत पहुंचने पर धान की खरीद प्रारंभ कर दी जायेगी.
संजय कुमार मंडल, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जमुई

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