18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दो दिनों तक और बंद रहेगा बाजार

जमुई : दशहरा और मुहर्रम के दौरान तनाव फैलने के बाद निर्दोष को न्याय दिलाने को लेकर व्यवसायियों ने सोमवार को एक दिवसीय बाजार बंद कर जब डीएम को ज्ञापन सौंपने गये, तो समाहरणालय में डीएम के तिरस्कार पूर्ण व्यवहार से आक्रोशित व्यवसायियों ने प्रदर्शन करते हुए मंगलवार और बुधवार को भी बाजार बंद रखने […]

जमुई : दशहरा और मुहर्रम के दौरान तनाव फैलने के बाद निर्दोष को न्याय दिलाने को लेकर व्यवसायियों ने सोमवार को एक दिवसीय बाजार बंद कर जब डीएम को ज्ञापन सौंपने गये, तो समाहरणालय में डीएम के तिरस्कार पूर्ण व्यवहार से आक्रोशित व्यवसायियों ने प्रदर्शन करते हुए मंगलवार और बुधवार को भी बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है.

जमुई चैंबर ऑफ कॉमर्स तथा व्यवसायी संघ के सदस्यों ने कुछ निर्दोष व्यवसायियों को गलत तरीके से तनाव फैलाने के मामले में गिरफ्तार किये जाने के विरोध में एक दिवसीय बाजार बंद कर रहे थे. इस बाबत जानकारी देते हुए जमुई चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष चंद्रदेव सिंह ने बताया कि निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने को लेकर व्यवसायी संघ के प्रतिनिधि एक ज्ञापन सौंपने जिलाधिकारी कार्यालय गये थे. अध्यक्ष श्री सिंह ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल के इसकी सूचना जिलाधिकारी को भेजा गया था.

जिसके बाद हम सभी लोग जिलाधिकारी से मिलने उनके कक्ष में जा पहुंचे. व्यवसायी प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों को देखते ही जिलाधिकारी डाॅ कौशल किशोर ने अचानक उग्र होते हुए हमलोगों को कक्ष से बाहर जाने को कह दिये. इतना ही नहीं उन्होंने अपने कर्मियों को निर्देश देते हुए हमलोगों को कार्यालय से बाहर निकलवा दिया. चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष ने बताया कि इस दौरान वहां मौजूद मीडिया कर्मियों के साथ भी जिलाधिकारी ने काफी उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया. जिलाधिकारी के द्वारा किया गया ऐसा व्यवहार कहीं से न्यायोचित नहीं है. उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के कार्यकलाप से शहर के व्यवसायियों में रोष पैदा हो गया.

बंद से करीब दस करोड़ का व्यवसाय प्रभावित
बताते चलें कि सोमवार को व्यवसायियों द्वारा बाजार को पूरी तरह बंद रखने के बाद करीब 10 करोड़ का नुकसान हुआ है. जमुई चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष चंद्रदेव सिंह बताते हैं कि व्यवसायियों के द्वारा बंद का निर्णय निर्दोष लोगों को सहूलियत पहुंचाने को लेकर किया गया था. लेकिन जिलाधिकारी के द्वारा व्यवसायियों के साथ किया गया दुर्व्यवहार बाजार को ओर नुकसान देगा. उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के दुर्व्यवहार से आक्रोशित होकर लोगों ने विरोधस्वरूप आगामी दो दिनों तक बाजार के बंद रहने और धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. उन्होंने संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि तीन दिन बाजार बंद रहने से करीब 30 करोड़ का नुकसान होगा.
आक्रोशित व्यवसायियों ने की जिलाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी
समाहरणालय में व्यवसायी संघ के प्रतिनिधियों के साथ जिलाधिकारी के द्वारा किये गये उपेक्षित व्यवहार से नाराज व्यवसायियों ने जुलूस निकालकर तालियां पीटकर जिलाधिकारी का विरोध किया. इसके पश्चात जुलूस गांधी पुस्तकालय परिसर में पहुंचा व्यवसायी प्रकोष्ठ तथा चैंबर ऑफ कॉमर्स की बैठक कर दो दिन बाजार को बंद रखने का निर्णय लिया गया. इस बाबत चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष ने बताया कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अगर इन दो दिनों में हमारी मांग पूरी नहीं की जाती है तो मजबूरन कचहरी चौक पर धरना दिया जायेगा और बाजार को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जायेगा. व्यवसायी प्रकोष्ठ के प्रतिनिधियों ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा इस प्रकार का व्यवहार किया जाना काफी दुखद है तथा जब तक जिलाधिकारी इस के लिए व्यवसायियों से माफी नहीं मांगते तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा और हम इसे चरणबद्ध तरीके से तेज करेंगे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें