पांचवें दिन फिर मिले 11 नये डायरिया मरीज, छह अस्पताल में भर्ती
प्रखंड क्षेत्र का जीतझिंगोई गांव दिन-ब-दिन भीषण डायरिया की चपेट में घिरता जा रहा है. गांव के लोग जहां यह उम्मीद लगाये बैठे हैं कि उनके गांव में डायरिया मरीजों की संख्या में कोई कमी आयेगी, इसके उलट प्रतिदिन बड़ी संख्या में डायरिया के नये मरीज चिह्नित किये जा रहे हैं. लगातार पांचवें दिन शुक्रवार को जीतझिंगोई गांव में डायरिया के ग्यारह नये मरीज चिह्नित किये गये.
खैरा. प्रखंड क्षेत्र का जीतझिंगोई गांव दिन-ब-दिन भीषण डायरिया की चपेट में घिरता जा रहा है. गांव के लोग जहां यह उम्मीद लगाये बैठे हैं कि उनके गांव में डायरिया मरीजों की संख्या में कोई कमी आयेगी, इसके उलट प्रतिदिन बड़ी संख्या में डायरिया के नये मरीज चिह्नित किये जा रहे हैं. लगातार पांचवें दिन शुक्रवार को जीतझिंगोई गांव में डायरिया के ग्यारह नये मरीज चिह्नित किये गये. जिनमें से छह मरीज की स्थिति गंभीर होने के बाद उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जबकि शेष मरीजों का इलाज ग्रामीण चिकित्सक के द्वारा गांव में ही किया जा रहा है. शुक्रवार को गांव निवासी शंभू दास, सुलेखा देवी, मनीषा कुमारी, जयदीप कुमार, सुभाष दास, शबाना खातून, मो अरमान, आशिया परवीन, साहिल आलम, मो साबिर, पूनिया देवी, बिरंची मांझी में डायरिया के लक्षण दिखायी दिये. इनमें जिसकी स्थिति काफी गंभीर दिखा उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. गौरतलब है कि बीते सोमवार को इस गांव में डायरिया के तैइस मरीज चिह्नित किये गये थे. जिसके बाद लगातार इस गांव की हालत दिन-ब-दिन बद से बदतर होती चली जा रही है. प्रतिदिन बड़ी संख्या में डायरिया के नये मरीज चिह्नित किये जा रहे हैं. जहां एक तरफ स्वास्थ्य विभाग यह दावा कर रहा है कि मरीजों की स्थिति में सुधार लाने को लेकर उनकी तरफ से कई सारे ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, वहीं जमीनी हकीकत इसके बिलकुल विपरीत नजर आती है. स्वास्थ्य विभाग के दावे पूरी तरह से खोखले साबित हो रहे हैं.
नहीं थम रहा डायरिया के नये पीड़िता का सिलसिला
जीतझिंगोई गांव की हालत ऐसी हो गयी है कि गांव में सभी लोगों में भय बन गया है. गांव में अब तक 60 से भी अधिक डायरिया के मरीज मिल चुके हैं, जिनमें चार की मौत हो गयी. हालत यह है कि प्रतिदिन गांव के लोगों को विभिन्न साधनों से अस्पताल लाया जा रहा है और अस्पताल में उनका इलाज कराया जा रहा है. लेकिन डायरिया के कारणों का ना तो आज तक पता लगाने में ही किसी को सफलता मिली और ना ही इसकी रोकथाम को लेकर कोई व्यापक उपाय किये गये हैं. बताते चलें कि गांव में जिस मोहल्ला में डायरिया के मरीज मिल रहे हैं, वहां काफी गंदगी है तथा वहां के पेयजल में भी दिक्कत की बातें सामने आ रही हैं. हालांकि इसे लेकर बीते दिनों पीएचईडी विभाग के द्वारा पानी का सैंपल लेकर उसकी जांच करवायी गयी थी. लेकिन इसका कोई नतीजा सामने नहीं आया और डायरिया के नये मामलों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. अब देखना यह है कि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कब कोई कारगर उपाय किया जाता है और जीतझिंगोई के डायरिया के मामलों में कब कमी आती है.
प्रखंड के कई गांव में डायरिया की शिकायत मिली है. प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं. लोगों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. एंबुलेंस तथा मेडिकल टीम अलर्ट मोड में काम कर रही है.डॉ कुमार महेंद्र प्रताप, सिविल सर्जनB
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