जमुई को लगी न जाने किसकी नजर, नहीं रुक रहा मौत का सिलसिला

एक दर्जन घटनाओं में 11 लोगों की गयी जान एक महीने में जिले में हुई पांच लोगों की हत्या जमुई : नया साल शुरू हुए आज एक महीना गुजर गया है. पर यह एक महीना जिलेवासियों के लिए दुर्घटनाओं से भरा रहा. पूरे महीने में जिलेभर में हुई अलग-अलग एक दर्जन सड़क दुर्घटनाओं में 11 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2018 5:44 AM

एक दर्जन घटनाओं में 11 लोगों की गयी जान

एक महीने में जिले में हुई पांच लोगों की हत्या
जमुई : नया साल शुरू हुए आज एक महीना गुजर गया है. पर यह एक महीना जिलेवासियों के लिए दुर्घटनाओं से भरा रहा. पूरे महीने में जिलेभर में हुई अलग-अलग एक दर्जन सड़क दुर्घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो गयी. वहीं कुल 58 लोग घायल हो गये. वहीं इस दौरान जिलेभर में कुल पांच लोगों की हत्या भी कर दी गयी.
बात करें तो साल की शुरूआत जिले वासियों के लिए दुर्घटनाओं के साथ हुई. साल के पहले दिन बीते एक जनवरी को जमुई जिले के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के विशनपुर मोड़ पर एक भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गयी थी. उक्त हादसे में एक मारुति वैगन आर कार ने पेड़ में सीधी टक्कर मार दी थी. जिसमें कर सवार पांचों युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो है थी. इसके अलावे एक जनवरी को ही सिकंदरा थाना क्षेत्र के सिकंदरा मोड़ पर दो ट्रकों की सीधी टक्कर हो गयी थी. जिसमें तीन लोग घायल हो गये थे. बीते चार जनवरी 2018 को सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित सिकंदरा-लछुआड़ मार्ग पर आजाद नगर गांव के समीप एक ट्रैक्टर की चपेट में आकर शेखपुरा निवासी 12 वर्षीय बालक की मौत हो गयी थी. बीते पांच जनवरी 2018 को सिकंदरा थाना क्षेत्र के ही बलुआडीह मोड़ पर एक शेवरले टवेरा व ट्रक की सीधी टक्कर में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी, वहीं आठ लोग घायल हो गये थे. सभी घायल व मृतक देवघर से पूजा कर लौट रहे थे. जिस क्रम में यह घटना घटित हुई.
बीते पांच जनवरी को ही एक अन्य सड़क दुर्घटना में सोनो थाना क्षेत्र के सोनो-बटिया मार्ग पर डुमरी राजपुर लिफ्ट के समीप एक मारुति कार व ऑटो की टक्कर में 5 लोग घायल हो गये थे. बीते आठ जनवरी को सोनो थाना क्षेत्र के ही एनएच- 333 ए पर बटिया घाटी में एक मैजिक व बाइक की टक्कर में 12 लोग घायल हो गये थे. 10 जनवरी 2018 को खैरा थाना क्षेत्र के नरियाना पुल पर लगे बैरियर से टकराकर जमुई निवासी दो युवक घायल हो गये थे. बताते चलें कि दोनों युवक सरस्वती पूजा हेतु मूर्ति लाने आसनसोल जा रहे थे, जिस क्रम में घटना हुई थी. 14 जनवरी 2018 को सोनो-बटिया मार्ग पर ट्रक पलट जाने से मोहगांय निवासी 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी थी.
15 जनवरी 2018 को जिले के चकाई थाना क्षेत्र में यात्रियों से भरी एक बस के पलट जाने से एक महिला की मौत हो गयी थी, जबकि अन्य 20 लोग घायल हो गये थे कोहरे की वजह से हुए हादसे में झारखंड निवासी एक महिला की मौत हो गयी थी. बीते 21 जनवरी 2018 को मानव श्रृंखला के दौरान जिले के झाझा थाना क्षेत्र में एक बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से चरघरा निवासी एक महिला घायल हो गयी थी. बीते 23 जनवरी 2018 को सिकंदरा थाना क्षेत्र के चौडीहा मोड़ के समीप ऑटो दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से ऑटो सवार एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी, जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये थे. बीते 26 जनवरी 2018 को खैरा थाना क्षेत्र के गोपालपुर में एक मोटरसाइकिल व ट्रैक्टर की टक्कर में एक युवक की मौत हो गयी थी तथा एक युवक घायल हो गया था.
चला हत्याओं का दौर
साल के पहले महीने में जहां जिलेभर में सड़क दुर्घटना ने लोगों पर लोगों के सुरक्षित सफर पर ग्रहण लगा दिया. तो वही इस दौरान जिलेभर में अपराधी व हत्यारों ने भी जमकर तांडव मचाया. नए साल के दूसरे ही दिन बीते दो जनवरी 2018 को खैरा थाना क्षेत्र के कहड्डी में पुराने विवाद में हरि मांझी नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी. बीते छह जनवरी 2018 को झाझा थाना क्षेत्र के तेतरिया में दहेज लोभियों ने एक विवाहिता को मौत के घाट उतार दिया. इस घटना में सितारा परवीन नामक विवाहिता की हत्या कर दी गयी थी. बीते 8 जनवरी 2018 को सिकंदरा थाना क्षेत्र में कुछ लोगों ने एक वीभत्स घटना को अंजाम दिया था. जिस में शौच के लिए गयी एक 12 वर्षीय लड़की की रेप के बाद हत्या कर दी गयी थी तथा साक्ष्य छुपाने की नियत से शव को सरसों के खेत में फेंक दिया था. बीते 20 जनवरी 2018 को झाझा थाना क्षेत्र के बराजोर पंचायत के रानीपुरा गांव में 18 वर्षीय युवक प्रदीप ठाकुर की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के दो दिन बाद जब युवक का शव बरामद हुआ था तब लोगों को घटना की भनक लग सकी. 29 जनवरी 2018 को झाझा थाना क्षेत्र में दासो टुडू नामक रेलकर्मी की गला रेतकर हत्या कर दी गयी थी. उसका शव नाले से बरामद किया गया था.
सड़क पर नियमों की अनदेखी बना दुर्घटनाओं का बड़ा कारण
बताते चलें कि बीते 1 महीने में हुए इन सभी सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण सड़क पर सुरक्षा मानकों की हो रही अनदेखी बना है. दुर्घटनाओं का नया जोन के रूप में बनकर उभरा सोनो-बटिया मार्ग पर आलम यह है कि सड़क पर डिवाइडर के लिए उजली पट्टी का इस्तेमाल कई जगहों पर नहीं किया जाता. जिस कारण घने कोहरे की स्थिति में वाहन चालक सड़क का अंदाजा नहीं लगा पाते. वहीं कई जगह पर सड़क पर पड़े गड्ढे भी घटना का कारण बन रहे हैं. इसके अलावा जमुई-सिकंदरा मार्ग पर भी स्थिति कमोबेश यही है. इन सभी स्थानों को चिह्नित कर जिला प्रशासन के द्वारा गति नियंत्रक बोर्ड लगाए जाने की आवश्यकता है तथा सभी सड़कों पर उजली पट्टी को नियमित रूप से बनाये रखे जाने की आवश्यकता है. तभी इन दुर्घटनाओं पर लगाम लगाया जा सकता है.

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