गिरफ्तार शैलेंद्र यादव पर पसराहा थाने में दर्ज हैं 18 मामले
पसराहा थाने के पांच मामले में फरार रबिन यादव भी गिरफ्तार दोनों शातिर की गिरफ्तारी से कई थाने की पुलिस ने ली राहत की सांस मार्कशीट लाने जा रहे दो युवकों की हादसे में मौत जमुई : जमुई-सिकंदरा मुख्य मार्ग पर अगहरा गांव के समीप मंगलवार दोपहर एक ट्रक के चपेट में आने से दो […]
पसराहा थाने के पांच मामले में फरार रबिन यादव भी गिरफ्तार
दोनों शातिर की गिरफ्तारी से कई थाने की पुलिस ने ली राहत की सांस
मार्कशीट लाने जा रहे दो युवकों की हादसे में मौत
जमुई : जमुई-सिकंदरा मुख्य मार्ग पर अगहरा गांव के समीप मंगलवार दोपहर एक ट्रक के चपेट में आने से दो बाइक सवार की मौत घटनास्थल पर हो गयी. लखीसराय के कुंदर गांव निवासी शिवलाल यादव के 21 वर्षीय पुत्र मिथुन कुमार गांव के ही जयराम यादव के 23 वर्षीय पुत्र पिंटू कुमार के साथ बीए का मार्कशीट लाने बाइक पर सवार प्रिहिंडा कॉलेज जा रहे थे. तभी अगहरा सिकंदरा से आ रही एक बाइक से टकराकर दोनों युवक बीच सड़क पर गिर गये. इसी दौरान जमुई की ओर से आ रहा एक मालवाहक ट्रक दोनों को कुचलते हुए फरार हो गया. बाइक की टक्कर के बाद सिकंदरा की ओर से आ रहा बाइक सवार भाग निकला था.
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने युवक के पास से मिले कागजात के आधार पर इसकी सूचना परिजनों को दी. इसकी सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस दोनों मृतक के शव को कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण को लेकर सदर अस्पताल पहुंचाया. सदर अस्पताल में मृतक युवक के परिजनों के चित्कार से लोग भाव-विह्वल हो गये.
हेलमेट रहता तो बच सकती थी जान
सड़क दुर्घटना में दोनों युवक के मौत को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे लोग तरह-तरह की बात कर रहे थे. कुछ लोगों का कहना था कि अगर दोनों युवक हेलमेट लगा कर होता तो शायद जान बच सकता था. बताते चलें कि घटना में दोनों युवक का सिर क्षतिग्रस्त हो गया है. जबकि शरीर का अन्य भाग में कुछ खास चोट नहीं आया था.
जमुई-सिकंदरा मुख्य मार्ग पर अगहरा गांव के पास हुआ हादसा
दोनों लखीसराय के थे रहनेवाले, प्रिहिंडा कॉलेज जा रहे थे
बुझ गया घर का चिराग
सड़क दुर्घटना में मृत पिंटू कुमार अपने मां बाप का एकलौता संतान था. लोग बरबस यही कह रहे थे कि पिंटू की मौत के बाद जयराम के घर का चिराग बुझ गया. रोते-बिलखते पिता जयराम यादव अपने भाग्य को कोस रहे थे. लोगों के लाख समझाने का उनपर को असर नहीं हो रहा था. मृतक की मां रूबी देवी देखते-देखते बेहोश हो जा रही थी. लोगों के ढांढ़स बंधाने का उनपर कोई असर नहीं हो रहा था.