बोरिंग नल से निकलता है गंदा पानी
मुख्यमंत्री आगमन के दौरान इस केंद्र को किया गया था चालू एक सप्ताह चलने के बाद बंद हो गया पंप इस भीषण गर्मी में कैसे बुझेगी यहां के ग्रामीणों की प्यास गिद्धौर : प्रखंड के कुंधुर पंचायत के गेनाडीह ग्राम में सात निश्चय योजना के तहत लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के दृष्टिकोण से […]
मुख्यमंत्री आगमन के दौरान इस केंद्र को किया गया था चालू
एक सप्ताह चलने के बाद बंद हो गया पंप
इस भीषण गर्मी में कैसे बुझेगी यहां के ग्रामीणों की प्यास
गिद्धौर : प्रखंड के कुंधुर पंचायत के गेनाडीह ग्राम में सात निश्चय योजना के तहत लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के दृष्टिकोण से लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के द्वारा लाखों रुपये की लागत से लगाया गया मिनी जलापूर्ति योजना उक्त गांव के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने में हाथी का दांत साबित हो रहा है. बताते चलें कि ग्रामीणों इलाकों में लोगों को फ्लोराइड आर्सेनिक मिश्रित दुसित जल से पेयजल से जुड़े स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से बचाव के लिए सरकार द्वारा सात निश्चय योजना के तहत यहां विद्युत चलित मिनी जलापूर्ति केंद्र का निर्माण करवाया गया था, जो महीनों से बंद है.
बताते चलें कि लगभग 700 की आबादी वाले इस गांव में विभाग द्वारा वार्ड स्तर पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिये लगभग 150 घरों में नल का जल लगवा दिया गया है. लेकिन उक्त गांव में लगाये गये इस जलापूर्ति योजना में बोरिंग के दौरान 50 फिट ही जलस्तर की खुदाई की गई. जिसके कारण शुरुआती दिनों में ट्रायल के दौरान जलापूर्ति योजना के नल को चलाये जाने से गंदा पानी निकलने लगा.
कहते हैं ग्रामीण. उक्त गांव में पेयजल समस्या को लेकर गेनाडीह के ग्रामीण दिलीप कुमार, पवन कुमार, रजनीकांत पांडेय, दशरथ मंडल, मनोज पांडेय, राहुल कुमार राय, प्रदीप मंडल, घनश्याम ठाकुर, रेखा देवी, गीता देवी आदि बताती हैं कि फरवरी माह में मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण द्वारा इस जलापूर्ति योजना को चालू कर दिखा दिया गया जो एक सप्ताह तक चला. इस दौरान नल से गंदा पानी निकलना शुरू हो गया.
जब हम ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत विभाग के कनीय अभियंता से की गई तो उन्होंने पम्प हाउस को तत्काल बंद करवा दिया. जब भी हम ग्रामीणों द्वारा इसके सुचारू रूप से संचालन की बात दूरभाष पर की गई तो आज कल ठीक करवा देने की बात कह आश्वासन हम लोगों को दिया गया. लेकिन समस्या का निदान नही निकाला जा सका. पेयजल आपूर्ति की समस्या वार्ड में यथावत बनी हुई है.
कहते हैं कार्यपालक अभियंता. गेनाडीह में व्याप्त पेयजल समस्या को लेकर पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता बिंदुभूषण से इस समस्या के संदर्भ में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मामले से सम्बंधित समस्या के निदान को ले विभागीय कर्मियों से जानकारी ले समस्या निदान का प्रयास किया जाएगा.