चकाई : पिछले तीन साल से चकाई थाना क्षेत्र के भगौन गांव में एक पत्नी पति के आने की आस में दरवाजे पर नजर लगाये बैठी रहती हैं कि शायद उसके पति आ जाये. मगर दिन महीने में और महीने साल में बदल जा रहे हैं पर पति अब तक नहीं लौटे हैं. घर के दरवाजे टकटकी लगाये पत्नी की आखें पथरा गयी है. यह घटना है थाना क्षेत्र के महादलित टोला भगौन गांव की. तीन साल पहले 15 अगस्त को भगौन गांव निवासी महादलित आदो दास का 27 वर्षीय पुत्र रंजीत दास अपने घर से साइकिल से बाजार गया था.
पत्नी पम्मी को बताया था कि झंडोत्तोलन देखकर वापस आ जायेंगे. मगर आज तक वह वापस नहीं लौटे. रूंधे कंठ से पम्मी बताती हैं कि आसपास के रिश्तेदार सहित अन्य संभावित स्थानों पर खोजबीन की. मगर उनका कहीं पता नहीं चल सका. थक हार कर थाना में तत्कालीन थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार को पति रंजीत के गायब होने की लिखित सूचना दी. लेकिन अब तक पुलिस उन्हें ढूंढ नहीं पायी है.
तीन साल पहले 15 अगस्त को झंडोत्तोलन देखने गया था रंजीत, अब तक नहीं लौटा है घर
गांव के ही टुनटुन राय के साथ पॉल्ट्री फॉर्म का काराेबार करता था रंजीत
पम्मी ने बताया कि मेरा पति रंजीत दास चंद्रमंडीह थाना के दुधनियां गांव निवासी टुनटुन राय के साथ पॉल्ट्री फॉर्म का कारोबार करते थे. रुपया को लेकर टुनटुन राय हमेशा रंजीत से विवाद किया करता था. पैसा मांगने पर टुनटुन रंजीत को जान मारने की भी धमकी भी दी थी. इसके बावजूद स्थानीय पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है और न ही रंजीत की बरामदगी में कोई दिलचस्पी दिखायी. पम्मी रुंधे गले से कहती हैं कि मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे पति के साथ कुछ अनहोनी हो चुकी है.
उसने बताया कि पुलिस के पास कई बार जाकर आरजू मिन्नत की, गिड़गिड़ाया, लेकिन पुलिस भी कार्रवाई करने के बदले डांट-फटकार कर भगा देती है. सुनी आंखों से अपनी संतानों निहारते हुए पम्मी कहती हैं कि मुझे तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं जिसकी परवरिश मजदूरी कर करती हूं. आज भी एक आस बची है कि शायद इन बेसहारा बच्चों के पिता घर आ जायेंगे. इसी आस में रोज उनकी राह देखती हूं. पम्मी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डीजीपी बिहार, जिलाधिकारी जमुई, पुलिस अधीक्षक जमुई से न्याय की गुहार लगायी है.
पैसे को लेकर टुनटुन राय से था विवाद
टुनटुन ने जान से मारने की दी धमकी
पति के साथ अनहोनी की आशंका से सहम जाती हैं पम्पी