जमुई : किउल-झाझा रेलखंड पर मंगलवार को रांची आ रही 18622 डाउन पटना-हटिया पाटलिपुत्र एक्सप्रेस को कुंदर हॉल्ट पर करीब 40 मिनट से अधिक समय तक खड़ा कर अपराधियों ने जम कर लूटपाट की. अपराधियों ने ट्रेन की ए-1 और बी-12 एसी बोगी के अलावा कई अन्य बोगियों को भी निशाना बनाया. यात्रियों ने बताया कि ट्रेन शाम 7.11 बजे भलुई हॉल्ट से खुली थी.
कुंदर हॉल्ट के समीप पहुंचते ही ट्रेन को किसी ने वैक्यूम कर खड़ा किया. इसके बाद 25 की संख्या में हथियारबंद अपराधी ट्रेन में चढ़े. इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल थी. सभी के पास कुल्हाड़ी, भुजाली, डंडा समेत अन्य हथियार थे. अपराधियों ने मुख्य रूप से ट्रेन की एसी बोगी में यात्रा कर रहे लोगों को निशाना बनाया.
मारपीट में कई यात्री चोटिल भी हो गये. करीब 40 मिनट बाद ट्रेन कुंदर हॉल्ट से खुली और 8.25 बजे जमुई स्टेशन पर आकर रुकी. यहां घायलों के उपचार के लिए चिकित्सक उपलब्ध नहीं होने के कारण लोगों ने हंगामा भी किया. पटना से जसीडीह तक यात्रा कर रहे राजेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उन्हें झाझा भेज दिया गया. ट्रेन जमुई स्टेशन पर 10 मिनट तक खड़ी रही.
टीटीइ के साथ मारपीट : प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अपराधियों ने ट्रेन के टीटीई को भी कब्जे में लेकर उसके साथ भी मारपीट की. टीटीई को डंडे और कुल्हाड़ी से पीट कर घायल कर दिया.
अपराधी टीटीई को अपने साथ जाने लगे. हालांकि इस दौरान यात्रियों ने अपराधियों को रोका और उसकी जान बचायी. दूसरी बोगी में सवार कुछ यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में लूटपाट की सूचना के बाद वे घबरा गये. कुछ बोगी के यात्रियों ने कोच के दरवाजे और खिड़कियां पूरी तरह से बंद कर ली. घटना की सूचना पुलिस को भी दी, पर पुलिस नहीं आयी.
नक्सलियों पर संदेह : घटना में नक्सलियों की संलिप्तता से भी इंकार नहीं किया जा सकता. कुंदर हॉल्ट नक्सलियों का गढ़ माना जाता रहा है. इससे पहले भी कई बार नक्सलियों ने यहां ट्रेन में घटनाओं को अंजाम दिया है. लूट दल में महिलाएं भी शामिल थीं. नक्सली दस्ते में ही महिलाएं होती हैं. हालांकि रेल पुलिस मामले की जांच कर रही है.