जिप सदस्यों के साथ सरकार कर रही सौतेला व्यवहार: अब्दुल कयूम
झाझा : जिला परिषद सदस्यों के साथ सरकार शुरू से ही सौतेला व्यवहार करती आ रही है. इस कारण त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के तहत संचालित विकास कार्यक्रम काफी बाधित हो रहा है. सरकार के सौतेला व्यवहार के चलते जिला परिषद सदस्य अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. सरकार द्वारा उचित सम्मान नहीं […]
झाझा : जिला परिषद सदस्यों के साथ सरकार शुरू से ही सौतेला व्यवहार करती आ रही है. इस कारण त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के तहत संचालित विकास कार्यक्रम काफी बाधित हो रहा है. सरकार के सौतेला व्यवहार के चलते जिला परिषद सदस्य अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. सरकार द्वारा उचित सम्मान नहीं दिये जाने के कारण आहत भी है. उक्त बातें झाझा जिला परिषद सदस्य अब्दुल कयूम ने मंगलवार को कही. उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में मनरेगा योजना के तहत त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था संचालित हो रही है. परंतु अफसोस है कि जिला परिषद सदस्यों का इस पर कोई अधिकार नहीं है.
जबकि पूर्व में ही सूबे की सरकार ने घोषणा कर रखी थी कि इसके तहत संचालित कार्यों का निष्पादन त्रिस्तरीय पंचायत समिति सदस्यों में जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य एवं मुखिया द्वारा किया जायेगा. लेकिन आज तक इसका क्रियान्वयन नहीं हो सका है. मनरेगा योजना में जिला परिषद को वंचित कर दिया गया है. इससे जिला परिषद सदस्यों में काफी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि यदि ससमय जिला परिषद सदस्य को मनरेगा योजना तहत संचालित कार्यक्रम में भागीदारी नहीं बनाया गया तो हमलोग चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य हो जायेंगे. मौके पर पवन राम, मनोज यादव, गोविंद चौधरी, लखन मुर्मू, सुनील प्रसाद समेत कई जिला परिषद सदस्य मौजूद थे.