जाको राखे साईंया मार सके ना कोय : भीषण सड़क हादसे में छह लोगों की मौत, नवजात बच्ची जिंदा बची

जमुई : ‘जाको राखे साईंया मार सके ना कोय…’ उक्ति को चरितार्थ करते हुए नवजात बच्ची भीषण सड़क हादसे में बच गयी, जबकि पिक अप वैन पर सवार सभी छह लोगों की मौत अस्पताल जाने के दौरान हुए सड़क हादसे में गुरुवार की देर रात हो गयी. सभी मृतक लखीसराय जिले के हलसी के रहनेवाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2018 8:47 AM

जमुई : ‘जाको राखे साईंया मार सके ना कोय…’ उक्ति को चरितार्थ करते हुए नवजात बच्ची भीषण सड़क हादसे में बच गयी, जबकि पिक अप वैन पर सवार सभी छह लोगों की मौत अस्पताल जाने के दौरान हुए सड़क हादसे में गुरुवार की देर रात हो गयी. सभी मृतक लखीसराय जिले के हलसी के रहनेवाले हैं. घटना जमुई जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र में हुई है.

जानकारी के मुताबिक, लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के तरहारी गांव निवासी निवास पांडेय के घर गुरुवार की रात मातम पसर गया. निवास पांडेय और सीमा देवी ने पुत्री अर्चना पांडेय का विवाह वर्ष 2008 में दिल्ली के एक निजी कंपनी में काम करनेवाले गया जिले के सनौत पंचायत निवासी बबन पांडेय से की थी. अर्चना को दो लड़के हैं. तीसरी बार उन्हें बेटी हुई. अर्चना अपने मायके में थी. गुरुवार की देर रात करीब 11:20 बजे नवजात को लेकर निवास पांडेय और सीमा देवी अपनी पुत्री अर्चना को लेकर जमुई जिले के सिकंदरा अस्पताल ले जा रहे थे. उनके साथ 55 वर्षीया पड़ोसी सावित्री देवी, पति स्व बच्चू सिंह भी अस्पताल जाने के लिए गाड़ी पर सवार हो गयीं. उनके साथ तरहारी गांव के पास के गांव गौरा निवासी आशा कार्यकर्ता अंजना कुमारी, पति संजय साह भी थीं. वहीं, कैमूर जिले के मोहनिया निवासी वाहन मालिक सियाराम सिंह के मित्र व चालक 40 वर्षीय विपुल कुमार को रात में ही सिकंदरा जाने को कहा गया. पहले वह तैयार नहीं हुआ, लेकिन किसी तरह चालक को सिकंदरा अस्पताल जाने के लिए तैयार किया गया.

घर से निकलने के करीब आधा घंटे बाद करीब 11:45 बजे जमुई जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र में चालक को नींद आ जाने के दौरान वैन सामने से आ रहे वाहन से टकरा गया. इस हादसे में वैन पर सवार चालक समेत सभी छह लोगों की मौत हो गयी. इनमें पांच लोग लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के तरहारी गांव के ही हैं. वहीं, एक ही परिवार के तीन लोग मां-पिता व अर्चना शामिल हैं. हादसे में अर्चना पांडेय ने दो बेटों को जन्म देने के बाद तीसरी बार बेटी को जन्म दिया था. हादसे में नवजात बच्ची की जान बच गयी है. उसे सिकंदरा अस्पताल में भरती कराया गया है.

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