जमुई: बिहार सरकार के पूर्व भवन निर्माण मंत्री सह झाझा विधानसभा के पूर्व विधायक दामोदर रावत के पुत्र तथा युवा जदयू के प्रदेश महासचिव राजीव रावत को जनता दल यूनाइटेड ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. कुछ माह पहले ही राजीव को युवा जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य मनोनीत किया गया था, लेकिन मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में आरोप झेल रहे बिहार सरकार के पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के प्रति ब्रजेश ठाकुर से नजदीकियों के कारण जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी ने यह फैसला लिया है.
बीते 25 जून को ही युवा जदयू की कार्यकारिणी का विस्तार किया गया था. इसमें बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रहे जदयू के कद्दावर नेता दामोदर रावत के पुत्र राजीव रावत को भी जगह दी गयी थी, लेकिन बताया जा रहा है कि सीबीआई की जांच में राजीव रावत का नाम सामने आने के बाद जदयू की अनुशासन समिति ने यह फैसला लिया है और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
इधर, मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में जमुई के पूर्व मंत्री का नाम सामने आने से जिले की राजनीति गरमा गयी है. हालांकि, इसे लेकर पूर्व भवन निर्माण मंत्री दामोदर रावत ने कहा कि उनके पुत्र के ऊपर लगाये गये सभी आरोप निराधार हैं तथा उन्हें पार्टी से बाहर निकालने का फैसला पार्टी का आंतरिक मसला है. उन्होंने यह भी कहा कि जिस तस्वीर को लेकर इस पूरे प्रकरण में बवाल मचाया जा रहा है. वह तस्वीर एक निजी शादी समारोह की है. इसमें शिरकत करने थोड़े दिन पहले ही राजीव टाटा गये थे. उन्होंने मुजफ्फरपुर बालिका कांड को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि हमें सीबीआई की जांच पर पूरा भरोसा है. जांच में जल्दी ही सही बात लोगों के सामने आ जायेगा.