गो-तस्कर को ग्रामीणों ने पुलिस को सौंपा
सरौन : चकाई थाना क्षेत्र के गजही पंचायत के नारगी गांव के ग्रामीणों ने बीते रविवार देर रात आठ मवेशियों के साथ एक तस्कर को कब्जे में लेकर पुलिस के हवाले किया है. इंसपेक्टर सह थानाध्यक्ष चकाई चंदेश्वर पासवान के निर्देश पर एसआई संजीत कुमार पुलिस बल के साथ वहां पहुंचकर मवेशी सहित तस्कर को […]
सरौन : चकाई थाना क्षेत्र के गजही पंचायत के नारगी गांव के ग्रामीणों ने बीते रविवार देर रात आठ मवेशियों के साथ एक तस्कर को कब्जे में लेकर पुलिस के हवाले किया है. इंसपेक्टर सह थानाध्यक्ष चकाई चंदेश्वर पासवान के निर्देश पर एसआई संजीत कुमार पुलिस बल के साथ वहां पहुंचकर मवेशी सहित तस्कर को गिरफ्तार कर थाने लाया.
वार्ड सदस्य सुनीता देवी, विकास दुबे, किशुन रजक, मोहन शर्मा, उपेंद्र राय, रंजन कुमार, सीताराम राय, सुनील कुमार, अरविंद राय, अर्जुन रजक, शशि राय, नरेश राय, संदीप राय, सूरज ठाकुर, दिनेश ठाकुर सहित अन्य लोगों ने बताया कि आधी रात को चार व्यक्ति को मवेशी लेकर गांव के रास्ते से जाते देखने पर रोककर पूछताछ का प्रयास किया गया तो तस्करों ने गोली मारने की धमकी देते हुए भागने का प्रयास किया. इसी दौरान ग्रामीणों ने एक को धर दबोचा.
पूछताछ में उसने बेंगाबाद थाना के डूबा गांव निवासी मो. साबिर अंसारी अपना नाम बताया. फरार साथियों के बारे में बताया कि वे लोग चकाई थाना क्षेत्र के काशीडीह गांव निवासी दो सगा भाई इस्लाम अंसारी, मुस्लिम अंसारी और बेंगाबाद के डूबा गांव निवासी इंचार्ज अंसारी था.
इस संबंध में थानाध्यक्ष चंद्रेश्वर पासवान ने बताया कि मवेशी सहित गो-तस्कर को गिरफ्तार कर पुलिस कार्रवाई कर रही है. थानाध्यक्ष ने बताया कि इस कार्य में चौकीदार की भूमिका को लेकर जांच-पड़ताल की जाएगी. दोषी पाये जाने पर उसपर कार्रवाई की जाएगी.
पैसे ले तस्करों को छोड़ने के दबाव का लगाया आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि मवेशियों के साथ एक तस्कर के पकड़े जाने के बाद चकाई थाना का एक चौकीदार उल्फत मियां आया और बीस हजार रुपये लेकर मवेशियों के साथ तस्कर को छोड़ देने का दबाब बनाने लगा. चौकीदार के इस रवैया से ग्रामीणों का गुस्सा और भी बढ़ गया.
नारगी गांव निवासी मिथलेश कुमार राय ने चकाई थाना में दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर गो तस्करों पर कार्रवाई की मांग की है. बताते चलें कि इसके पूर्व चौकीदार उल्फत मियां का भाई इस्लाम अंसारी को बालजोरी गांव के ग्रामीणों ने गो-तस्करी में रंगेहाथ पकड़कर पुलिस को सुपुर्द किया था.