होली में संभलकर लगाएं रंग, मिलावटी गुलाल किसी के चेहरे को बना सकता है बदसूरत

बिभूति भूषण, जमुई : रंग- गुलाल का त्यौहार होली की खुशियां मनाने में जहां दो दिन शेष बचे हैं. वहीं इस मौके पर अपने सगे संबंधियों व दोस्तों को रंग गुलाल लगाकर रिश्तो में मिठास घोलने तथा अपनापन लाने की ख्वाहिश सभी लोगों के दिलों में अभी से ही हिलोरे मार रही है. प्रत्येक वर्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2019 7:56 AM

बिभूति भूषण, जमुई : रंग- गुलाल का त्यौहार होली की खुशियां मनाने में जहां दो दिन शेष बचे हैं. वहीं इस मौके पर अपने सगे संबंधियों व दोस्तों को रंग गुलाल लगाकर रिश्तो में मिठास घोलने तथा अपनापन लाने की ख्वाहिश सभी लोगों के दिलों में अभी से ही हिलोरे मार रही है.

प्रत्येक वर्ष फागुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला होली के त्यौहार में शायद ही कोई ऐसा घर होगा, जहां परिवार के सभी सदस्य रंग गुलाल लगाने का आनंद नहीं उठाता हो. वहीं दूसरी और रंग और गुलाल में होने वाला मिलावट इस की महक को कम कर सकता है.
शहर में पर्व को देखते हुए नकली रंग गुलाल बनाने वाले कारोबारी भी सक्रिय हो गए हैं. ऐसे कारोबारियों द्वारा पर्व के मद्देनजर त्वचा का रंग बिगाड़ने व स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले इन रंगों का शहर में व्यापक पैमाने पर स्टॉक किया गया है.
अधिक मुनाफा की चाहत रखने वाले छोटे बड़े दुकानदार सस्ते रंग गुलाल की बिक्री धड़ल्ले से कर रहे हैं. दुकानों में सजे हुए रंग गुलाल के पैकेट दिखने में तो भले ही खूबसूरत लगते हो, लेकिन इनकी गुणवत्ता के बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है. बताते चलें कि जिले में होली के मौके पर लगभग दो करोड़ का रंग गुलाल का कारोबार होता है.
चिकित्सकों की मानें तो घटिया किस्म का रंग व गुलाल का प्रयोग करने से त्वचा तथा स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है.चिकित्सक अंजनी कुमार सिन्हा बताते हैं कि नकली रंग व गुलाल के कुप्रभाव से त्वचा में चकता तथा चुनचुनाहट, आंखों में लालीपन और फेफड़ों में सूजन हो सकता है. यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक हो सकता है.
कहते हैं जिलाधिकारी
जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के दल द्वारा पूरे जिले में नकली रंग व गुलाल के कारोबारियों के सामग्री की जांच कराई जाएगी. जांच में दोषी पाए जाने पर सरकार के निर्देशानुसार विधि सम्मत कार्रवाई भी किया जायेगा.

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