जिले में 86 चिकित्सकों के भरोसे 18 लाख की आबादी

जमुई : जिला स्थित सरकारी अस्पताल में चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी की भारी कमी से अस्पताल आने वाले मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक जिले की आबादी 18 लाख से ऊपर की है. सरकारी प्रावधान के अनुसार प्रति एक हजार की आबादी पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2019 6:02 AM

जमुई : जिला स्थित सरकारी अस्पताल में चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी की भारी कमी से अस्पताल आने वाले मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक जिले की आबादी 18 लाख से ऊपर की है. सरकारी प्रावधान के अनुसार प्रति एक हजार की आबादी पर एक चिकित्सक होना चाहिए.

लेकिन इतनी बड़ी आबादी के लिए अस्पताल में मात्र 86 चिकित्सक कार्यरत हैं. जबकि अस्पताल में 188 चिकित्सक का पद स्वीकृत हैं. चिकित्सक में से 54 नियमित, 20 आयुष तथा 12 संविदा पर आधारित चिकित्सक है. सरकारी अस्पताल सहित अन्य अस्पताल में कई रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भी नहीं है.
कई सरकारी चिकित्सक भी अपना निजी किलनिक चला रहे हैं. शिकायत के बाद निजी क्लिनिक पर छापा भी पड़ता है. लेकिन लोगों की माने तो व्यवस्था पुनः धीरे धीरे ठीक-ठाक हो जाता है. सरकार के द्वारा प्रखंड, पंचायत एवं गांव के स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र खोला गया है.
साथ ही इसे अपग्रेड करके सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं वैलनेस सेंटर भी बनाया गया है. लेकिन चिकित्सक सहित अन्य कर्मी की कमी से उक्त सारा दावा खोखला साबित हो रहा है. लोगों ने बताया कि लगातार चिकित्सक की सेवानिवृत्ति हो रही है. लेकिन इसके बदले नए चिकित्सक नहीं आ रहे हैं.

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