ऑटो दुर्घटनाग्रस्त, एक की मौत

सोनो : एनएच 333 सोनो-चकाई मुख्य मार्ग के काली पहाड़ी व औरैया के बीच तीन पुलवा के समीप गुरुवार की शाम एक ऑटो के असंतुलित होकर दुर्घटनाग्रस्त होने से उस पर सवार एक यात्री की मौत हो गयी जबकि उसके तीन पुत्र चोटिल हो गये. मृतक की पहचान गंदर पंचायत के कटावत गांव निवासी 50 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2019 6:33 AM

सोनो : एनएच 333 सोनो-चकाई मुख्य मार्ग के काली पहाड़ी व औरैया के बीच तीन पुलवा के समीप गुरुवार की शाम एक ऑटो के असंतुलित होकर दुर्घटनाग्रस्त होने से उस पर सवार एक यात्री की मौत हो गयी जबकि उसके तीन पुत्र चोटिल हो गये.

मृतक की पहचान गंदर पंचायत के कटावत गांव निवासी 50 वर्षीय द्वारिका ठाकुर के रूप में की गयी. घटना के संदर्भ में बताया गया कि द्वारिका अपने तीन पुत्रों के साथ गुरुवार की शाम सोनो-खैरा मार्ग पर स्थित कागेश्वर गांव के लिए निकले थे.

कालीपहाड़ी से एक ऑटो पर वे अपने पुत्र सहित सवार हुए. काली पहाड़ी से आगे निकलते ही सड़क पर अचानक एक मवेशी के आ जाने के कारण ऑटो असंतुलित हो गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

इस दुर्घटना में ऑटो पर सवार द्वारिका गंभीर रूप से घायल हो गये जबकि उनके पुत्रों को भी मामूली चोट लगी. ऑटो चालक घायल द्वारिका व अन्य घायलों को ऑटो में सवार कर फौरन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जहां चिकित्सक ने द्वारिका को मृत घोषित कर दिया. ऑटो चालक सबों को अस्पताल पहुंचाने के बाद फरार हो गया.

घायल द्वारिका के 14 वर्षीय पुत्र दिलखुश ने बताया कि कागेश्वर में उसके पिता सैलून में काम करते थे. शाम में जब वे कागेश्वर के लिए निकले तब हम तीनों भाई को भी अपने साथ कागेश्वर ले जाने लगे.अचानक ऑटो असंतुलित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और पिता की मौत हो गयी. बताते चलें कि कटावत निवासी द्वारिका बेहद गरीब है और कागेश्वर में सड़क किनारे फुटपाथ पर दाढ़ी बाल बनाने का काम करते थे.

चार पुत्रों सहित बड़ा परिवार संचालन की जिम्मेदारी संभाल रहे द्वारिका की मौत से उनके परिजनों के समक्ष बड़ी समस्या आ गयी है, जबकि बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है.

पिता के शव को देख पुत्र हुआ बदहवास

सोनो. ऑटो दुर्घटना में काल के गाल में समा गए 50 वर्षीय द्वारिका ठाकुर के शव को देख उनके परिजन चीत्कार कर उठे. पत्नी के विलाप से अस्पताल का माहौल गमगीन हो गया.

अपनी आंखों के सामने अपने पिता की मौत देखने वाले उनके तीनों पुत्र में 15 वर्षीय दिलखुश जहां आवक था वहीं 12 वर्षीय पुत्र साजन का रो रोकर बुरा हाल था. 10 वर्षीय सागर की हिचकिया रुकने का नाम नहीं ले रहा था. 17 वर्षीय पुत्री के विलाप से लोगों की आंखें नम हो रही थी. 19 वर्षीय गौतम अपने पिता के शव से लिपट कर फुट फुटकर रो रहा था. बताते चलें कि ऑटो के दुर्घटनाग्रस्त होने से द्वारिका ठाकुर की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी.

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