दो मोटरसाइकिलों की टक्कर में एक की चली गयी जान, दो लोग घायल

झाझा : थाना क्षेत्र के झाझा-द्वारपहाड़ी-बोड़वा मुख्य मार्ग के शिकरडीह मोड़ पावर ग्रिड के पास सोमवार सुबह दो बाइक की आमने-सामने हुई टक्कर में एक बाइक सवार की घटना स्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. मृतक की पहचान बैजला गांव निवासी महेश विश्वकर्मा के रूप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2019 6:29 AM

झाझा : थाना क्षेत्र के झाझा-द्वारपहाड़ी-बोड़वा मुख्य मार्ग के शिकरडीह मोड़ पावर ग्रिड के पास सोमवार सुबह दो बाइक की आमने-सामने हुई टक्कर में एक बाइक सवार की घटना स्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये.

मृतक की पहचान बैजला गांव निवासी महेश विश्वकर्मा के रूप में किया गया है. बताया जाता है कि वह चापाकल मरम्मती का काम किया करता था तथा सोमवार सुबह 6 बजे वह चापाकल मरम्मती के लिये निकला था तथा वहां से मोटर पंपसेट खरीदने झाझा जा रहा था.
इसी क्रम में सिकरड़ीह मोड़ के समीप सामने से आ रहे एक बाइक सवार ने उसके बाइक में ठोकर मार दी. इस घटना में महेश विश्वकर्मा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे बाइक पर सवार भलढुकिया गांव निवासी बालेश्वर खैरा का दामाद प्रदीप खैरा अन्य मोटरसाइकिल सवार घायल हो गया. लोगों ने बताया कि प्रदीप खैरा के मुंह से शराब की महक आ रही थी.
घटना की जानकारीमिलते ही थानाध्यक्ष दलजीत झा, एसआई विजय कुमार घटना स्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी लेते हुये शव को अपने कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये जमुई भेज दिया. घायल राजेश का ईलाज झाझा रेफरल अस्पताल में किया गया. जहां चिकित्सक ने बेहतर ईलाज हेतु उसे जमुई रेफर कर दिया.
पति की मौत की खबर पाते ही पत्नी हुई बेसुध
झाझा : सड़क दुर्घटना में बैजला निवासी चापाकल मिस्त्री महेश विश्वकर्मा की मौत पर उनसे जुड़े हर लोगो की आंखें में आंसुओं से भरी थी. लोग चापाकल मिस्त्री की मौत पर अपनी चिंता जता रहे थे. वहीं शव के कुछ दूरी पर मौजूद मृतक महेश की पत्नी बबीता देवी अपना आपा बार-बार खोते हुए पति को वापस लाने की बात हर लोगो से कर रही थी.
मृतक अपने पीछे पत्नी व तीन बच्चों को छोड़ गयी. कुछ लोगों ने बताया कि मृतक अपनी पुत्री की शादी भी आने वाले एक दो साल में करने वाला था. घटना स्थल पर मौजूद कई लोगो ने बताया कि क्षेत्र में इकलौता चापाकल मरम्मत करने वाला मिस्त्री था.
जो काफी मिलनसार था. जिसके कारण लोगो के लिये यह चहेता मिस्त्री के रूप में प्रसिद्ध था. मृतक के मंझले भाई सुरेश विश्वकर्मा ने बताया कि सोमवार को वह सुबह घर से छह बजे निकला था. मृतक घर का इकलौता कमाने वाला व्यक्ति था. मृतक का बड़ा भाई और भाभी बीते 2007 में गिरीडीह के पास सड़क दुर्घटना में गुजर गये थे. वहीं मृतक की पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था. घटना स्थल पर बडी संख्या में लोग मौजूद थे.

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