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दूरस्थ इलाके के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था चौपट

सोनो : प्रखंड क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है और अधिकांश स्कूलों में अनियमितता के कारण शैक्षणिक स्थिति बेपटरी होकर औंधे मुंह गिर गयी है. खासकर दूरस्थ इलाके में स्थित स्कूलों की स्थिति बेहद खराब है. इन विद्यालयों में न तो समय पर शिक्षक स्कूल आते है और न ही बच्चों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2019 7:30 AM

सोनो : प्रखंड क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है और अधिकांश स्कूलों में अनियमितता के कारण शैक्षणिक स्थिति बेपटरी होकर औंधे मुंह गिर गयी है. खासकर दूरस्थ इलाके में स्थित स्कूलों की स्थिति बेहद खराब है. इन विद्यालयों में न तो समय पर शिक्षक स्कूल आते है और न ही बच्चों को उचित शिक्षा नसीब हो पाती है.

समय-समय पर यह स्थिति तब सामने आती रही है जब प्रशासन की नींद टूटने पर कभी कभार जांच की प्रक्रिया की जाती है. ताजा मामला उत्क्रमित मध्य विद्यालय छप्परडीह का है. बेलम्बा पंचायत के छप्परडीह स्थित इस विद्यालय के पंजी में न तो बच्चों की कमी है और न ही शिक्षकों की कमी है. लेकिन इसका दुर्भाग्य बीते 21 अगस्त को तब सामने आया जब प्रखंड विकास पदाधिकारी रविजी द्वारा इस विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया.
दोपहर 12:50 बजे जब बीडीओ इस विद्यालय में पहुंचे तब यह देखकर वे हैरान रह गए कि विद्यालय में लगभग ताला बंदी की स्थिति थी. स्कूल में एक भी बच्चे उपस्थित नहीं थे और कुछ शिक्षक बाहर कुर्सी लगाकर आराम फरमा रहे थे. हद तो तब हो गयी जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार साह बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे.
उनके साथ साथ उसी विद्यालय में कार्यरत उनकी पत्नी शिक्षिका सुप्रिया भी अनुपस्थित पायी गयी. अन्य अनुपस्थित शिक्षकों में सदानंद मेहता द्वारा अवकाश को लेकर दिया गया आवेदन स्वीकृत नहीं था जबकि विजय टुड्डू बिना सूचना के बीते दो दिनों से अनुपस्थित थे. वहां के जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों ने बीडीओ को बताया कि प्रधनाध्यापक व उनकी पत्नी देवघर में रहती है और विद्यालय आना कम ही होता है.
वहां उपस्थित शिक्षक अरविंद कुमार, तबस्सुम बानो, रीना कुमारी, योगेंद्र प्रसाद से बीडीओ ने लिखित बयान लिया. शिक्षकों ने बताया कि एक दिन पूर्व यानि 20 अगस्त को 162 बच्चे उपस्थित थे परंतु जब उपस्थिति पंजी देखा गया तब 21 अगस्त के दोपहर 1 बजे तक भी उपस्थिति पंजी पर उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं थी. बीडीओ तब और भी हैरत में पड़ गये जब उन्हें पता चला कि मध्याह्न भोजन से संबंधित पंजी प्रधानाध्यापक अपने पास रखते है. इतनी अनियमितता व मनमानी से आहत बीडीओ ने जिला पदाधिकारी को अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पत्र लिखा.
22 अगस्त को डीएम के नाम प्रेषित पत्र में उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक को तत्काल निलंबित करते हुए उन पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये. ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों द्वारा विद्यालय की प्रशासनिक व शैक्षणिक व्यवस्था ध्वस्त होने व स्थिति की गंभीरता का हवाला देते हुए अविलंब कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है.

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