नहीं मिला एम्बुलेंस, तो मरीज को ठेले पर लादकर पहुंचा अस्पताल

जमुई:बिहारके जमुई में सदर अस्पताल में वाजिब मरीजों को उपलब्ध संसाधन के आधार पर भी सुविधा नहीं मिल रहा है. सबसे अधिक परेशानी जरूरतमंद मरीज को एम्बुलेंस को लेकर होता है. मंगलवार की सुबह कुछ ऐसे ही परेशानी से जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र के सारेबाद निवासी भज्जू राम को भुगतना पड़ा. उसने बताया बीते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2019 8:46 PM

जमुई:बिहारके जमुई में सदर अस्पताल में वाजिब मरीजों को उपलब्ध संसाधन के आधार पर भी सुविधा नहीं मिल रहा है. सबसे अधिक परेशानी जरूरतमंद मरीज को एम्बुलेंस को लेकर होता है. मंगलवार की सुबह कुछ ऐसे ही परेशानी से जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र के सारेबाद निवासी भज्जू राम को भुगतना पड़ा. उसने बताया बीते 3 दिन पूर्व मेरा पुत्र गोलू कुमार का पैर एक सड़क दुर्घटना में टूट गया. जिसे लेकर सदर अस्पताल के चिकित्सक ने कच्चा प्लास्टर कर आज पुनः दिखाने के लिए बुलाये.

भज्जू ने बताया मेरा बेटा पैर से लाचार होने के कारण चलने में बिल्कुल असमर्थ है. मैं सुबह एम्बुलेंस के लिए नियंत्रण कक्ष को फोन भी किया. लेकिन, अस्पताल में एंबुलेंस की कमी का हवाला देते हुए मुझे एंबुलेंस नहीं मिल सका. बाध्य होकर में एक ठेला गाड़ी पर पुत्र को बिठाकर इलाज को लेकर यहां आया हूं. उसने बताया अस्पताल के लिए यह कोई नयी बात नहीं है. यहां जरूरतमंद मरीज को एम्बुलेंस सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलता है. जब शिकायत किया जाता है तो अस्पताल प्रबंधन कमी का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ देते हैं.

अस्पताल परिसर में मरीज के पास स्ट्रेचर भी रखा था. परिजन ने बताया कि वह भी हमें नसीब नहीं हुआ. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. नौशाद अहमद बताते हैं कि अस्पताल में एंबुलेंस की कमी है. जिसे लेकर विभाग को लिखा गया है. उन्होंने बताया कि स्ट्रेचर मामले की जानकारी लेकर ही दोषी के खिलाफ कार्रवाई किया जा सकता है.

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