घर से बस्ता लेकर निकलता था विक्कू, पर स्कूल नहीं पहुंचता था
जमुई : सदर थाना क्षेत्र के भजौर गांव निवासी सुभाष कुमार सिंह के पुत्र विक्कू कुमार हत्याकांड में अब विक्कू के विद्यालय की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है. साथ ही पूरे समाज और विद्यालय जाने वाले बच्चों के अभिभावक की जिम्मेदारियों को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है. दरअसल विक्कू हत्याकांड […]
जमुई : सदर थाना क्षेत्र के भजौर गांव निवासी सुभाष कुमार सिंह के पुत्र विक्कू कुमार हत्याकांड में अब विक्कू के विद्यालय की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है. साथ ही पूरे समाज और विद्यालय जाने वाले बच्चों के अभिभावक की जिम्मेदारियों को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है.
दरअसल विक्कू हत्याकांड में जो बातें सामने आयी है वह चौंकाने वाली है. हत्याकांड की छानबीन के दौरान पुलिस को यह पता चला है कि विक्कू कुमार नियमित रूप से प्रतिदिन अपने विद्यालय नहीं जाता था.
कहने को तो वह घर से अपने विद्यालय के लिए निकलता तो जरूर था, पर वह अपने विद्यालय नहीं पहुंचता था. जिस कारण विद्यालय के बाकी बच्चों के मुकाबले उसका अटेंडेंस भी लगभग नहीं के बराबर बनाया जाता था. ऐसे में सवाल ये है कि आखिर वह घर से निकलता था और विद्यालय नहीं जाता था तथा विद्यालय के समाप्ति के समय पर वह वापस अपने घर चला जाता था तो इन 5 घंटों के दौरान वह क्या करता था.
पुलिस इसी का जवाब तलाश रही है कि आखिर विक्कू 5 घंटों के दौरान कहां जाया करता था, किन लोगों से मिलता था तथा उसकी संगत कैसे लोगों के साथ थी. बताते चलें कि विक्कु कुमार बीते 5 फरवरी को अपने घर से लापता हो गया था. तथा 8 फरवरी को गांव में ही स्थित एक बोरवेल के गड्ढे से उसकी लाश मिली थी. ऐसे में पुलिस इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर उसकी हत्या किन वजहों से की गई है.
14 साल के विक्कू हत्याकांड को लेकर पुलिस की छानबीन में एक और बात सामने आई है के लापता होने को लेकर पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ किया है. पूरे गांव में किसी ने भी विक्कू को अंतिम दिन गांव में देखने की बात से इनकार किया है.
ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि ऐसा कैसे संभव है कि स्कूल के समय वह अपने घर से लापता हो गया तथा रास्ते में उसे गांव के किसी व्यक्ति ने जाते हुए नहीं देखा. ऐसे में पुलिस अलग-अलग पहलुओं पर छानबीन कर रही है.
विद्यालय व अभिभावक की जिम्मेदारी पर भी बड़ा प्रश्न
विक्कू हत्याकांड ने विद्यालय प्रबंधन और अभिभावकों की जिम्मेदारी को भी कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है. जब विक्कू अपने घर से निकलकर विद्यालय नहीं जा रहा था तथा लगातार उसकी उपस्थिति अन्य बच्चों के मुकाबले विद्यालय में काफी कम रहती थी तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि विद्यालय प्रबंधन ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए विक्कू के अभिभावकों को इस बात की जानकारी क्यों नहीं दी.
आखिर विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा का जवाबदेह कौन है और ऐसे में अगर विद्यालय प्रबंधन अपनी जिम्मेदारियों से भाग कर उसके लगातार गायब रहने की जानकारी परिजनों को नहीं दे पा रहा था, तो विद्यालय की आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी. इन सभी सवालों का जवाब जानना बहुत जरूरी है.
वहीं अभिभावकों की भूमिका पर भी एक बड़ा सवालिया निशान लग गया है कि आखिर उनका बच्चा लगातार विद्यालय नहीं जा रहा था ऐसे में वह अपने बच्चे के प्रति किस हद तक अपनी जवाबदेही का निर्वहन कर रहे थे. इन दोनों सवालों का जवाब जानना बहुत जरूरी है. ताकि आने वाले दिनों में जिले में बच्चों की सुरक्षा को और पुख्ता किया जा सके.
कहीं गलत व्यक्ति से, तो नहीं हो गया था विक्कू का संपर्क
विक्कू हत्याकांड में जो चीजें सामने आई है वह काफी चौंकाने वाले तथ्य हैं. ऐसे में अब सवाल यह उठने लगा है कि कहीं विक्कू का किसी गलत व्यक्ति से संपर्क तो नहीं हो गया था. दरअसल विक्कू जब विद्यालय के लिए निकलता था और वह अपने विद्यालय ना पहुंचकर उन 5 घंटों में लगातार गायब रहता था, तो ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि वह इन 5 घंटों में कहा जाता था.
साथ ही यह भी एक बड़ा प्रश्न है कि वह किस तरह के लोगों के साथ रहता था या वह इस दौरान क्या कुछ करता था. बरहाल पुलिस इन सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है.