धूप बेअसर, कनकनी बनी जानलेवा

जमुई: एक ओर जहां तापमान में लगातार गिरावट आने के कारण आम जन जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं सोमवार को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. किंतु दिन में हल्की धूप रहने के कारण लोगों ने राहत की सांस ली. हालांकि शाम ढ़लते ही कनकनी फिर से बरकार हो गयी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2014 10:11 AM

जमुई: एक ओर जहां तापमान में लगातार गिरावट आने के कारण आम जन जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं सोमवार को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. किंतु दिन में हल्की धूप रहने के कारण लोगों ने राहत की सांस ली. हालांकि शाम ढ़लते ही कनकनी फिर से बरकार हो गयी. वही रात में घने कोहरे ने वाहनों के रफ्तार को काफी धीमा रखा.

धूप निकलने पर लोग निकले बाहर : बीते एक सप्ताह से कड़ाके की ठंढ़ व शीतलहरी ने जहां लोगों को घर में दुबके रहने पर विवश कर रखा था. वहीं सोमवार को धूप निकलने के साथ-साथ आम लोग भी अपने घरों से बाहर निकले और राहत की सांस ली. दिन के ढ़लते ही पुन: लोग अलाव के पास पहुंच गये. दिन में जहां लोगों ने हल्की गरमाहट महसूस की. वहीं रात में कनकनी बढ़ जाने के कारण लोग कंबलों व रजाई में सिमट गये.

एक जनवरी को मौसम का पूर्वानुमान : एक जनवरी को भी मौसम का मिजाज इसी तरह का रहेगा. मौसम विभाग के अनुसार आगामी तीन दिनों व एक जनवरी को धुंध के छाये रहने से ठंड बढ़ने का अनुमान है. साथ ही अधिकतम तापमान 15-19 डिग्री व न्यूनतम 6-10 डिग्री के बीच रहने की संभावना है. अधिकतम व न्यूनतम तापमान के बीच गैप कम हो जाने की वजह से कनकनी बढ़ गयी है.

अलाव की व्यवस्था, मगर कम तौल की शिकायत : नगर निगम ने ठिठुरन से बचने के लिए शहर के दस मुख्य चौराहों पर प्रतिदिन 25 किलो लकड़ी देने का निर्देश दिया है. इसमें स्टेशन चौक पर प्रतिदिन 50 किलो लकड़ी की व्यवस्था निगम ने की है. इन चौराहों पर अलाव सेंकते लोग नजर आये. इन जगहों पर लोगों ने आरोप लगाया कि कई जगहों पर निर्धारित वजन से कम लकड़ी दी जा रही है. इससे कम ही समय में

अलाव समाप्त हो जाता है. इन्होंने मामले को लेकर उचित कार्रवाई की मांग की गयी. नौवीं से 12 वीं के छात्रों का स्कूल खुला : जिला प्रशासन ने प्राथमिक स्कूल के छात्रों को तो राहत देते हुए अगले चार जनवरी तक बंद कर दिया, मगर नौवीं से 12 वीं के विद्यार्थियों को ठंड में ही स्कूल जाना होगा. इनके अभिभावक भी स्कूल बंद करने की मांग कर रहे हैं.

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