नक्सली कुंदन पाहन पहुंचा जमुई!
जमुई : जिला में सुस्त पड़े संगठन के सदस्यों में जोश भरने सहित बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए संगठन के वरीय पदाधिकारी योजना बनाने में जुट गये हैं. इसे लेकर संगठन के शीर्ष पदाधिकारी सहित विशेष दस्ता के सदस्यों के साथ कुंदन पाहन जमुई पहुंचा है. इसकी भनक पुलिस पदाधिकारी को भी है. […]
जमुई : जिला में सुस्त पड़े संगठन के सदस्यों में जोश भरने सहित बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए संगठन के वरीय पदाधिकारी योजना बनाने में जुट गये हैं. इसे लेकर संगठन के शीर्ष पदाधिकारी सहित विशेष दस्ता के सदस्यों के साथ कुंदन पाहन जमुई पहुंचा है.
इसकी भनक पुलिस पदाधिकारी को भी है. सूत्रों की माने तो झारखंड प्रदेश में अपने कारनामों को कई बार सफलतापूर्वक अंजाम देने में सफल रहे नक्सली नेता कुंदन पाहन के नेतृत्व में जमुई जिला में भी किसी बड़ी घटना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए कार्य योजना बनायी जा रही है.
कई वर्षो से झारखंड में बड़ी घटना को दे चुका है अंजाम : नक्सली संगठन के शीर्ष नेताओं में शुमार कुंदन पाहन भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी का सदस्य भी है. पिछले कई वर्षो से इसके द्वारा झारखंड प्रदेश में कई बड़ी घटना को अंजाम दिया गया है. इतना ही नहीं बांका जेल में बंद नक्सली नेता प्रवेश दा को छुड़ाने में भी इसने अहम भूमिका निभायी थी. कुदंन के कारनामों से परेशान झारखंड की पुलिस ने उसे पांच लाख का इनामी भी घोषित किया है.
सभी थाने को किया गया हाइ अलर्ट : कुंदन के जिला की सीमा में प्रवेश कराने की अगुआई पूर्वी बिहार, पूर्वोत्तर झारखंड सीमांत जोनल कमेटी के सदस्य प्रवेश दा, वशीर दा, चिराग दा सहित कई शीर्ष के नेता कर रहे थे. इन्हीं की अगुआई में कुदंन पाहन सहित उसका दस्ता जमुई के जंगलों में पुलिस को चुनौती देने के लिए रणनीति तैयार करने में जुट गयी है.
सूत्रों की मानें तो संगठन के सदस्य 26 जनवरी के अवसर पर विधि व्यवस्था बिगाड़ने सहित जेल ब्रेक, अधिकारियों के आवास आदि पर हमला कर सकती है. हालांकि इसकी सूचना पुलिस को भी मिली है. पुलिस पदाधिकारी सूचना मिलते ही अपने सभी थाना को हाइ अलर्ट कर छापेमारी भी प्रारंभ कर दिया है.
नक्सलियों ने की लकड़हारे की पिटाई
जंगल नहीं आने की दी धमकी
हवेली खड़गपुर. नक्सल प्रभावित खड़गपुर क्षेत्र में माओवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में है. बुधवार को नक्सलियों का हथियारबंद जत्था भीमबांध के इलाके में प्रवेश कर गया. गुरुवार को भीमबांध, घोड़ाखुर व कारीघाटी के इलाके में माओवादियों ने कुछ लकड़हारे के साथ मारपीट भी की और उन्हें जंगल नहीं आने की हिदायत दी. खुफिया सूत्र बताते हैं कि नक्सलियों के निशाने पर शामपुर सहायक थाना है. नक्सली अकबरनगर के बीएमपी कैंप की तरह ही इस थाने पर हमले की रणनीति में जुटे हैं.