चंद्रमंडीह (जमुई):गिरफ्तार पांच संदिग्ध लोगों की रिहाई की मांग को लेकर गुरुवार को सपहा के ग्रामीणों ने परंपरागत हथियार से लैस हो कर चकाई-जमुई मुख्य मार्ग को बामदह मोड़ के पास सड़क जाम कर दिया.
जाम को हटाने को लेकर समझाने गये अवर निरीक्षक प्रियवर्त शर्मा सहित तीन अधिकारी को बंधक बना लिया. देर शाम तक ग्रामीण व प्रशासन के बीच समझौता वार्ता चलता रहा. अंत में प्रशासन ने जनदबाव में आकर पांचों युवकों को छोड़ दिया. इससे पहले दिन भर क्षेत्र में तनाव का माहौल रहा.
सांसद चिराग पासवान के समझाने पर भी नहीं माने ग्रामीण सूत्रों ने बताया कि जमुई सांसद चिराग पासवान देवघर से जमुई आ रहे थे. ग्रामीणों ने चकाई-जमुई मुख्य मार्ग को बामदह मोड़ के पास अवरुद्ध कर यातायत बाधित किया था. जाम स्थल पर करीब दो बजे पहुंचे सांसद चिराग पासवान ने लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया़ ग्रामीण जाम हटाने को तैयार नहीं हुए.
सांसद लौटकर जब वापस देवघर जाने लगे तो ग्रामीणों ने उनके साथ चल रहे चंद्रमंडीह थाना के अवर निरीक्षक प्रियवर्त शर्मा को बंधक बना लिया. इसकी सूचना चकाई बीडीओ चंदन कुमार को मिलते ही घटना स्थल पर एमओ मतलूब असगर के साथ पहुंचे. घटना स्थल पर पहुंचते ही ग्रामीणों ने बीडीओ व एमओ को भी बंधक बना लिया, और जिला प्रशासन से गिरफ्तार संदिग्ध पांचों ग्रामीणों के रिहाई की मांग करने लगे. बताया जाता है कि देर शाम को जिला मुख्यालय से पुलिस फोर्स रवाना हो गया था. ग्रामीण इन अधिकारियों को कब्जा में रख कर सड़क जाम जारी रखे हुए थे. इसकी सूचना पाकर डीएम-एसपी जमुई घटना स्थल की पहुंचे गये.