जमुई : झाझा स्टेशन पर उस वक्त अफरा तफरी मच गयी जब कोयला लदी मालगाड़ी में आग लग गयी. आनन-फानन में दमकल कर्मचारियों को बुलाया गया तब तक भारी मात्रा में कच्चा कोयला जल चुका था. जानकारी के मुताबिक ट्रेन यार्ड में खड़ी थी. रेलवे सूत्रों की मानें तो यह गाड़ी 6 मार्च को हल्दिया से कोयला लेकर बाढ़ थर्मल पावर के लिये रवाना हुई थी. जब ट्रेन जामताड़ा पहुंची तो वहां दो दिन पहले कोयला लदी बोगियों में आग लग गयी थी. जिसे बुझा लिया गया था.
ट्रेन जब झाझा यार्ड में खड़ी थी तभी बोगियों से धुआं निकलने लगा और देखते-देखते आग लग गयी.गौरतलब हो कि 17 बोगियों में लदा कोयला में से अब बस कुछ ही बोगी कोयला बचा है. बाकी कोयला जलकर खाक हो चुका है. कोयले को बाढ़ थर्मल पावर में बिजली सप्लाई के लिये ले जाना था लेकिन अब वह कोयला किसी काम का नहीं रहा. सूत्र बताते हैं कि रेल कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ है. यदि समय रहते ठीक तरीके से जामताड़ा में आग बुझा लिया गया होता तो झाझा में यह घटना नहीं होती. हालांकि काफी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया.