विकास से कोसों दूर है कोल्डीहा गांव

चंद्रमंडीह : सरकार ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के विकास को लेकर कई योजना चला कर लाखों खर्च कर रही है. दूसरी ओर प्रखंड में आज भी कई ऐसे गांव है जहां मुल भूत सुविधाओं का घोर आभाव है़ जिसकी प्रमाणिकता पेटारपहरी पंचायत के कोल्डीहा गांव में देखने को मिल रही है. यहां के ग्रामीण मुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2016 6:04 AM

चंद्रमंडीह : सरकार ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के विकास को लेकर कई योजना चला कर लाखों खर्च कर रही है. दूसरी ओर प्रखंड में आज भी कई ऐसे गांव है जहां मुल भूत सुविधाओं का घोर आभाव है़ जिसकी प्रमाणिकता पेटारपहरी पंचायत के कोल्डीहा गांव में देखने को मिल रही है. यहां के ग्रामीण मुल भूत सुविधाओं के लिये वर्षो से तरस रहे है़ करीब पांच सौ की आबादी वाले इस गांव में न कोई विद्यालय है और न ही पेयजल व सड़क की समुचित साधऩ.

यहां के बच्चे दो किलोमीटर दूरी तय कर पढाई करने को विवश हैं. यही कारण है कि यहां के बच्चे का पढाई भगवान भरोसे चल रहा है़ स्वास्थ्य के मामले में यहां के ग्रामीण झोला छाप डाक्टर के भरोसे इलाज करवाने को विवश है़ बीमार पड़ने पर यहां के लोग इन्हीं के शरण में जाते हैं. जिस कारण झोला छाप डाक्टर द्वारा इन निरीह गरीबों के साथ शोषन भी करते है़ इस गांव में मात्र एक चापाकल है जो वर्षो से खराब रहने के कारण दर्जनों लोग लाईन लगा कर कुंआ से पानी लेने को विवश है़ इस गांव में मुख्य रूप से पुजहर जाति के लोग रहते हैं. अशिक्षित रहने के कारण उपेक्षित रह रहे हैं.

यही वजह है कि इनकी हालात और दयनीय हो गयी है़ गौरतलब बात यह है कि इस टोले तक पहुंचने के लिये सड़क की बात तो दूर पगडंडी तक नहीं है़ इस गांव में रहने वाले शंभु पुजहर, प्रसादी पुजहर, चुक्कन पुजहर, बालो पुजहर, चरकु पुजहर, महेन्द्र पुजहर, कृष्णा पुजहर आदि ने बताया कि इस गांव में सुविधाओं का घोर अभाव है.ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में एपीएल और बीपीएल सूची में भी काफी हेरा फेरी हुयी है़ इस बाबत बीडीओ राजीव रंजन से पूछे जाने पर बताया कि पंचायत के विकास के लिये प्रतिवर्ष वार्षिक योजना तैयार की जाती है़ वार्षिक योजना के तहत ही कोल्डीहा गांव को प्राथमिकता के आधार पर समुचित विकास करवाया जायेगा़

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