बहुमत से पारित प्रस्ताव पंजी में दर्ज नहीं होने पर धरना पर बैठे 8 पार्षद
नगर पंचायत सिकंदरा में शुक्रवार की देर शाम सामान्य बोर्ड की अनूठी बैठक आयोजित की गयी.
एसडीओ के आश्वासन के बाद शनिवार को खत्म हुआ पार्षदों का धरना
सिकंदरा. नगर पंचायत सिकंदरा में शुक्रवार की देर शाम सामान्य बोर्ड की अनूठी बैठक आयोजित की गयी. मुख्य पार्षद एवं उप मुख्य पार्षद की अनुपस्थिति में बैठक में उपस्थित वार्ड पार्षदों ने अपने बीच से ही एक पार्षद को बैठक की अध्यक्षता के लिए नियुक्त किया. जिसके बाद खुले आसमान के नीचे जमीन पर बैठ कर अध्यक्ष व पार्षदों ने इस अनोखे बैठक का आयोजन किया. दरअसल पूरा मामला ये है कि शुक्रवार को नगर पंचायत सिकंदरा के सामान्य बोर्ड की बैठक आयोजित की गयी थी. स्थानीय विधायक प्रफुल्ल मांझी की उपस्थिति में आयोजित बैठक में काफी हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. मुख्य पार्षद रूबी देवी की अध्यक्षता में बैठक प्रारंभ होते ही अधिकांश वार्ड पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी पर मनमानी, पार्षदों के साथ दुर्व्यवहार करने, पार्षदों के फोन रिसीव नहीं करने एवं वित्तीय अनियमितता समेत कई तरह के आरोप लगाना शुरू कर दिया. इस दौरान वार्ड संख्या 3 के पार्षद राजेश कुमार मिश्रा द्वारा के द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी अनीशा कुमारी पर नगर क्षेत्र के विकास कार्यों एवं सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं में रुचि नहीं लेने व जनता द्वारा निर्वाचित पार्षदों के साथ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया गया. बैठक में उपस्थित 11 में से 8 पार्षदों द्वारा प्रस्ताव के पक्ष में समर्थन दिए जाने के बाद भी कार्यपालक पदाधिकारी ने उक्त प्रस्ताव को पंजी में दर्ज करने से इंकार कर दिया. इस दौरान विधायक प्रफुल्ल मांझी ने भी कार्यपालक पदाधिकारी के रवैये पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए बैठक से निकल गए. इस दौरान प्रस्ताव का समर्थन कर रहे सभी 8 पार्षद बैठक में पारित प्रस्ताव को पंजी में दर्ज करने की मांग को लेकर कार्यालय परिसर में ही धरना पर बैठ गए.दो दिनों तक चला धरना
बोर्ड की बैठक में उपस्थित 11 में से 8 पार्षदों के समर्थन से पारित प्रस्ताव को पंजी में दर्ज करने की मांग को लेकर शुक्रवार की दोपहर प्रारंभ हुआ धरना शनिवार की शाम में अनुमंडल पदाधिकारी अभय कुमार तिवारी के आश्वासन के बाद खत्म हो पाया. इस दौरान वार्ड संख्या 01 की पार्षद अनीता देवी, वार्ड संख्या 03 के पार्षद राजेश मिश्रा, वार्ड संख्या 07 की पार्षद अनिता देवी, वार्ड 08 की पार्षद सीता देवी, वार्ड 09 की पार्षद तारा देवी, वार्ड 10 की पार्षद निशा देवी, वार्ड 11 के पार्षद विजय कुमार पांडेय एवं वार्ड 12 के पार्षद विशुनदेव रविदास समेत 5 महिला व 3 पुरुष पार्षद दो दिनों तक अनवरत धरना पर डटे रहे.गुपचुप तरीके से सफाई कार्य का निकाला गया था टेंडर, स्वच्छता पदाधिकारी को भी नहीं थी जानकारी
धरना पर बैठे वार्ड पार्षदों ने बताया कि 22 अगस्त की बैठक में साफ-सफाई कार्य एवं कर्मियों के नियुक्ति की निविदा निकालने को लेकर कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ था. उसके बावजूद बैठक के कई दिनों बाद उक्त निविदा निकालने को लेकर प्रस्ताव पंजी में दर्ज कर लिया गया. गुपचुप तरीके से टेंडर निकालने को लेकर बार बार मांगे जाने के बावजूद भी हमलोगों को प्रस्ताव की कॉपी नहीं दी गयी थी. आखिरकार बैठक के चार माह उपरांत 16 दिसंबर को हमलोगों को प्रस्ताव की प्रति दी गयी.
एसडीओ के आश्वासन पर खत्म हुआ धरना
पार्षदों का आरोप है कि इस दौरान एक बार भी कार्यपालक पदाधिकारी ने धरना पर बैठे पार्षदों से बात करने की जरूरत नहीं समझी. इस दौरान धरना पर बैठे पार्षद भीषण ठंड के बावजूद धरना पर डटे रहे. एसडीओ अभय कुमार तिवारी ने पार्षदों से फोन पर बात कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. जिसके बाद पार्षदों के द्वारा धरना को खत्म किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है