जर्जर सड़क पर चलने को विवश हैं कांवरिया

संग्रामपुर : सावन आने में महज चार दिनों का समय शेष रह गया है. कांवरिया पथ पर कांवरियों की सुविधा के लिए प्रशासनिक तैयारियां भी जोरों से चल रही है. जगह-जगह सड़कों के मरम्मती का कार्य भी कराया जा रहा है. यूं कहे जैसे-तैसे कार्य का निबटारा करने की रस्म पूरी की जा रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2016 9:12 AM

संग्रामपुर : सावन आने में महज चार दिनों का समय शेष रह गया है. कांवरिया पथ पर कांवरियों की सुविधा के लिए प्रशासनिक तैयारियां भी जोरों से चल रही है. जगह-जगह सड़कों के मरम्मती का कार्य भी कराया जा रहा है. यूं कहे जैसे-तैसे कार्य का निबटारा करने की रस्म पूरी की जा रही है. इसका उदाहरण है रामपुर नहर मोड़ से मणियां धर्मशाला तक जाने वाला नहर मार्ग, चांदपुरा से गोविंदपुर मोड़ यात्री पथ तक तथा नवगांई चौक से कुमरसार यात्री धर्मशाला तक जाने का सड़क मार्ग.

ये तीनों मार्ग कांवरियों के लिए मुख्य मार्ग है. अकसर कांवरिया मणियां एवं कुमरसार सरकारी धर्मशालाओं में पैदल कांवर लेकर यात्रा करने वाले रात्रि विश्राम के लिए रूकते हैं. उनकी छोटी गाड़ियों के धर्मशाला तक जाने के लिए ये तीनों ही महत्वपूर्ण मार्ग है. लेकिन इन मार्गों की स्थिति देख कर लगता है

कि पूरे सावन मास कांवरिया वाहनों को धर्मशाला तक पहुंचने में मुसीबतों का सामना करना होगा. इस संदर्भ में जिला बीस सूत्री सदस्य ठाकुर अनुरंजन सिंह कहते हैं कि बदुआ नदी से प्रतिदिन ओवर लोडेड बालू लाद कर अवैध रूप से सैकड़ों ट्रैक्टर इस मार्गों से निकलते हैं. इस अवैध बालू की ढुलाई आखिर कैसे इस तरह धड़ल्ले से की जा रही है. यह आश्चर्य की बात है. इस पर रोक लगाये बिना सड़क नहीं सुधर सकती.

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