मध्य विद्यालय पाड़ो में पढ़ाई के नाम पर हो रही है खानापूर्ति

जर्जर भवन में पढ़ाई कर रहे है छात्र. पांच सौ छात्रों के लिए है चार वर्ग कक्ष की व्यवस्था लक्ष्मीपुर : सरकार गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने को लेकर लाखा दावा कर ले.लेकिन जमीनी हकीकत सरकारी दावा के विपरित नजर आती है.सरकार के बदहाल व्यवस्था का नाजारा उत्क्रमित मध्य विद्यालय पाड़ो में स्पष्ट प्रतीत होता है.जानकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 26, 2016 6:04 AM

जर्जर भवन में पढ़ाई कर रहे है छात्र.

पांच सौ छात्रों के लिए है चार वर्ग कक्ष की व्यवस्था
लक्ष्मीपुर : सरकार गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने को लेकर लाखा दावा कर ले.लेकिन जमीनी हकीकत सरकारी दावा के विपरित नजर आती है.सरकार के बदहाल व्यवस्था का नाजारा उत्क्रमित मध्य विद्यालय पाड़ो में स्पष्ट प्रतीत होता है.जानकारी के अनुसार इस विद्यालय में वर्तमान में पांच सौ छबीस छात्रों को पढ़ाने के लिए चार कमरा की व्यवस्था है.इसी चार कमरा में प्राथमिक से मध्य विद्यालय के छात्रों को पढ़ाने की व्यवस्था है.सूत्रों की मानें तो इस विद्यालय में पढ़ाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार उक्त विद्यालय की स्थापना आजादी के पूर्व सन 1933 ई में हुई थी.वर्ष 2004 में इस विद्यालय को अपग्रेड कर उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनाया गया.भवन के आभाव में एक ही कमरा में दो वर्गो की पढ़ाई का कार्य सम्पन्न होता है.भवन भी काफी पुराना रहने के कारण जर्जर हो कर रह गया है.जिससे कभी भी घटना-दुर्घटना भी घटित हो सकता है.विद्यालय के शिक्षक बताते हैं कि भवन काफी पुराना होने के कारण छत टूटकर गिर रहा है.वर्षा होने पर कई दिनों तक पानी टपकते रहता है.सातवीं वर्ग की छात्रा कोमल कुमारी,सपना कुमारी,आठवीं वर्ग में पढ़ाई कर रहे छात्र विकास कुमार,नीतीश कुमार,रंजीत कुमार आदि बताते हैं कि विद्यालय में भवन की कमी के कारण हमलोगों को फर्श पर बैठ कर पढ़ाई करना पड़ता है.सबसे अधिक परेशानी जर्जर भवन को लेकर हो रही है.छात्र बताते हैं कि भवन की जर्जरता के कारण हमलोगों को हमेशा किसी अनहोनी का अंदेशा बना रहता है.हमारे अभिभावक भी इसे लेकर भयभीत रहते हैं.आसपास कोई विद्यालय नहीं रहने के कारण हमलोग मजबूरन यहां पढ़ाई करने को विवश हो रहे हैं.
इस सम्बंध में पूछे जाने पर प्रभारी प्रधानाध्यापक परमानंद दास ने बताते हैं कि भवन को लेकर विभाग को अवगत कराया गया है.लेकिन अबतक इस दिशा में विभाग द्वारा दिशा निर्देश नहीं मिला है.मजबूरन यत्र-तत्र छात्रों को बैठाकर पढ़ाई करवा रहे हैं.इस बाबत पूछे जाने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश्वर शर्मा बताते हैं कि जिला में दो वर्षों से नये बिल्डिंग बनाने को लेकर राशि नहीं आई है.वैसे अभी हाल के दिनों में प्रखंड में मेरा पदस्थापना हुआ है.जानकारी मिली है विद्यालय पहुंच कर पूरी जानकारी लेकर अग्रेतर कारवाई करने का प्रयास करुंगा.

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