जिले में निरर्थक साबित हो रहे हैं ग्राहक सेवा केंद्र
जिले में स्वीकृत हैं 212 ग्राहक सेवा केंद्र जमुई : केंद्र सरकार द्वारा विगत आठ नबंवर की आधी रात से 1000 और 500 रुपये के नोट का चलन बंद करने के पश्चात सबसे अधिक परेशानी बैंक से रोजमर्रा का कारोबार करने वाले लोगों को हो रही है. इसके अलावे ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों […]
जिले में स्वीकृत हैं 212 ग्राहक सेवा केंद्र
जमुई : केंद्र सरकार द्वारा विगत आठ नबंवर की आधी रात से 1000 और 500 रुपये के नोट का चलन बंद करने के पश्चात सबसे अधिक परेशानी बैंक से रोजमर्रा का कारोबार करने वाले लोगों को हो रही है. इसके अलावे ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है. उन्हें अपने गांव में स्थित ग्राहक सेवा केंद्र के बंद रहने के कारण लेन देन का कार्य को लेकर सारा काम काज छोड़ कर शहर स्थित विभिन्न बैंक की शाखाओं में घंटों कतारबद्ध होकर मशक्कत करना पड़ रहा है.
जबकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की सुविधार्थ खोला गया ग्राहक सेवा केंद्र निरर्थक बना हुआ है. जानकारी के अनुसार जिले में लगभग 212 ग्राहक केंद्र स्वीकृत हैं, जिन में से 120 ग्राहक सेवा केंद्र कार्यरत हैं. सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के बैंकिंग कार्य में हो रही असुविधा को देखते हुए ग्राहक सेवा केंद्र की स्थापना की गयी थी.
लेकिन वर्तमान में यह ग्राहक हाथी दांत बन कर रह गया है. जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों की बैंकिंग कार्य को लेकर काफी फजीहत उठाना पड़ रहा है. इस संबंध में पूछे जाने पर अग्रणी बैंक प्रबंधक अजीत कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि ग्राहक सेवा केंद्र में पूर्व में व्यवस्थित किये गये सिस्टम को नये तरीके से लगाने की प्रक्रिया चल रही है. ग्राहक सेवा केंद्र को नये प्रणाली से जोड़ देने के पश्चात जल्द ही लोगों को सुविधा मुहैया कराया जायेगा.
इस संबंध में भागलपुर, मुंगेर, जमुई व बांका के प्रमंडलीय कॉडनेटर ने बताया कि आरबीआइ के निर्देशानुसार आरबीओ ने ग्राहक सेवा केंद्र के प्रत्येक खाता से दो-दो हजार रुपये का लेन-देन करने की निर्देश जारी कर दी हैं, इसलिए सोमवार प्रत्येक ग्राहक सेवा सेवा केंद्र के ग्राहक सौ – पचास के नोट लेन-देन कर सकते है.
मुकेश मिश्रा, प्रमंडलीय कॉडनेटर, सेव, ग्राहक सेवा केंद्र