तेज रफ्तार वाहन ने युवक को रौंदा

दुखद . अगहरा के समीप हुआ हदसा, पीएमसीएच ले जाते वक्त रास्ते में मौत दीपक एक गैस एजेंसी में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था जमुई : सदर प्रखंड क्षेत्र के जमुई सिकंदरा मुख्य मार्ग पर स्थित अगहरा गांव के समीप विपरीत दिशा से आ रही अनियंत्रित मैजिक की चपेट में आने से कल्याणपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2016 6:40 AM

दुखद . अगहरा के समीप हुआ हदसा, पीएमसीएच ले जाते वक्त रास्ते में मौत

दीपक एक गैस एजेंसी में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था
जमुई : सदर प्रखंड क्षेत्र के जमुई सिकंदरा मुख्य मार्ग पर स्थित अगहरा गांव के समीप विपरीत दिशा से आ रही अनियंत्रित मैजिक की चपेट में आने से कल्याणपुर निवासी नागेश्वर प्रसाद सिन्हा के छोटे पुत्र दीपक कुमार सिन्हा(35 वर्ष) की मौत हो गयी.जानकारी के अनुसार दीपक सिकंदरा प्रखंड के महादेव सिमरिया स्थित एक गैस एजेंसी में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था और प्रत्येक दिन की भांति अपना कार्य समाप्त कर अपने घर कल्याणपुर लौट रहा था.
इसी दौरान जमुई की ओर से जा रही एक अनियंत्रित मैजिक ने सामने से ठोकर मार दी, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया. आसपास के लोगों द्वारा उसे अस्पताल में भरती कराकर इसकी सूचना परिजनों को दी गयी.घटना की सूचना पाकर परिजन आनन फानन में सदर अस्पताल पहुंचे जहां से चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए उसे पटना रेफर कर दिया.लेकिन पटना जाने के क्रम में ही उसकी मौत हो गयी.
परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़
नगर क्षेत्र के कल्याणपुर मुहल्ला निवासी नागेश्वर प्रसाद के छोटे पुत्र दीपक की मौत से उसके परिजनों पर अचानक ही दुख का पहाड़ टूट पड़ा है. उसकी पत्नी कल्पना कुमारी समेत अन्य परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. मृतक के पिता नागेश्वर सिन्हा और भाई मनोज ने बताया कि हमलोग शनिवार को शाम में अपने घर में बैठे हुए थे तभी शाम के 7:00 बजे अस्पताल से फोन आया कि दीपक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया है. इसके पश्चात हमलोग आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचे जहां से चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच, पटना रेफर कर दिया और पटना ले जाने के क्रम में ही रास्ते में उसकी मौत हो गयी.
वहीं दीपक की पत्नी कल्पना ने रोते हुए बताया कि अब हम किसके सहारे जियेगें और कौन मेरे इस छोटे से पुत्र को आसरा देगा. यह कह कर बार बार उसकी पत्नी बेहोश हो रही थी. दीपक की मौत से सभी परिजन स्तब्ध हैं और उन्हें यह विश्वास ही नहीं हो रहा है कि अब दीपक हमारे बीच नहीं रहा. वही दीपक का चार वर्षीय पुत्र आदित्य राज घर में आने जाने वाले सभी लोगों को बरबस निहार रहा है और अपने घर के लोगों से पूछ रहा है कि पापा कब आयेंगे.

Next Article

Exit mobile version