गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं दुखद . अस्पताल में रोगियों के स्वास्थ्य से हो रहा खिलवाड़

सदर अस्पताल में भरती मरीजों को लेटलतीफी से भोजन व नाश्ता दिया जा रहा है. इससे रोगियों में आक्रोश व्याप्त है. जमुई : सदर अस्पताल में भरती मरीजों को कार्यरत एजेंसी की मनमानी के कारण समय पर नास्ता व खाना नहीं मिल पा रहा है. साथ ही मरीजों को दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2016 6:28 AM

सदर अस्पताल में भरती मरीजों को लेटलतीफी से भोजन व नाश्ता दिया जा रहा है. इससे रोगियों में आक्रोश व्याप्त है.

जमुई : सदर अस्पताल में भरती मरीजों को कार्यरत एजेंसी की मनमानी के कारण समय पर नास्ता व खाना नहीं मिल पा रहा है. साथ ही मरीजों को दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता भी सही नहीं है.
अस्पताल में भरती मरीज तनुजा खातून, सूर्यदेव मांझी, विनय मंडल, विरेंद्र पासवान, सुनिता कुमारी, नरेश ठाकुर, अजय यादव, हुरो मांझी, गनौरी दास, जयदेव राम आदि ने बताया कि अस्पताल में किसी भी दिन ससमय नास्ता या भोजन हम मरीजों को नहीं दिया जाता है. जो भोजन दिया भी जाता है उसकी गुणवत्ता सही नहीं होती है. मजबूरन हमलोग अपने घर से ही खाना मंगा कर खाते हैं. भरती मरीज के परजन बताते हैं भोजन की गुणवत्ता सही नहीं होने की शिकायत आपूर्ति करने वाले एजेंसी के लोगों से करने के उपरांत भी अबतक कोई ध्यान नहीं दिया गया है.
खाना भी सरकार के द्वारा निर्धारित मीनू चार्ट के अनुसार नहीं दिया जाता है. जानकारी के अनुसार जून 2016 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल में भोजन आपूर्ति का जिम्मा बिहार सरीफ की एजेंसी सिंह सर्विसेज को दिया गया है. जिसे जून 2017 तक अपनी सेवा देना है. अस्पताल के रसोइघर में अंकित चार्ट के अनुसार सुबह में मरीजों को नास्ता में छह पीस पावरोटी, एक उबला हुआ अंडा, 200 ग्राम दूध व एक पका हुआ केला, दोपहर में 125 ग्राम भात, 50 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी व 100 ग्राम दही, शाम में एक कप चाय व दो पीस बिस्किट देनी है. तथा रात में चार पीस रोटी, 100 ग्राम सब्जी तथा 50 ग्राम दाल प्रति मरीज मीनू के हिसाब से देनी है. मरीजों को ससमय व गुणवत्ता युक्त भोजन मीनू के हिसाब से उपलब्ध करवाने को लेकर अधिकारियों की भी नियुक्ति की गयी है. लेकिन इसके बाबजूद भी मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बोले अस्पताल उपाधीक्षक
इस बाबत अस्पताल उपाधीक्षक डा नौशाद अहमद ने बताते हैं कि इसे लेकर किसी मरीज या उसके परिजन द्वारा कोई शिकायत नहीं किया गया है. मौजूदा संसाधन के आधार पर अस्पताल स्थित केंद्रीय रसोई घर द्वारा भरती मरीजों को भोजन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है.

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