क्या करें किसान और पशुपालक

जमुई : शीतलहर और कोहरा के कारण सरसों में माहू कीट का प्रभाव काफी तेज होता है.इसलिए सरसों में साइपरमेक्सिन का छिड़काव करें. वहीं आलू और टमाटर को झुलसा रोग से बचाव के लिए डाइफेनएम 45 और बैगन में तना व फलछेदक से बचाव के लिए टयूनालफाश का छिड़काव करें. फूल गोभी और पत्ता गोभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2017 5:13 AM

जमुई : शीतलहर और कोहरा के कारण सरसों में माहू कीट का प्रभाव काफी तेज होता है.इसलिए सरसों में साइपरमेक्सिन का छिड़काव करें. वहीं आलू और टमाटर को झुलसा रोग से बचाव के लिए डाइफेनएम 45 और बैगन में तना व फलछेदक से बचाव के लिए टयूनालफाश का छिड़काव करें. फूल गोभी और पत्ता गोभी में डीबीएम कीट से बचाव के लिए डाइमेथो-एट का छिड़काव करें. पशुओं को ढंक कर रखें तथा उनके रखने के स्थान को सुबह शाम अलाव जलाकर गर्म कर दें. किसी भी कीमत पर पशु को खुले में ना छोड़े. लोग ठंड के कारण पशुओं को जूट के बोरे या से ढंक कर रखे.

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