कार्यालय पहुंचे डीएम तो लटका था सभी कमरों में ताला, एक साथ 66 कर्मियों पर कार्रवाई
डीएम ने सभी कर्मियों का वेतन बंद करते हुए मांगा स्पष्टीकरण
जमुई. जिलाधिकारी राकेश कुमार इन दिनों एक्शन मोड में हैं और लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. पिछले दिनों जिलाधिकारी ने लगातार जिले के कई प्रखंड स्तरीय कार्यालयों का जायजा लिया था और ड्यूटी पर से अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी. लेकिन इससे समाहरणालय के आसपास के कार्यालय के पदाधिकारी व कर्मियों ने सीख नहीं ली. सोमवार को इसका खुलासा तब हुआ जब जिलाधिकारी दिन में करीब ग्यारह बजे इन कार्यालय का जायजा लेने पहुंचे. इस दौरान अधिकतर कार्यालय में ताला ही लटका मिल. इससे डीएम आक्रोशित हो गये और ड्यूटी से अनुपस्थित 66 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका वेतन स्थगित करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की. डीएम की कार्रवाई के बाद सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है.
जिलाधिकारी ने लिया विभिन्न कार्यालय का जायजा
डीएम ने समाहरणालय स्थित स्थापना शाखा, भू-अर्जन शाखा, जिला खनन कार्यालय, खान निरीक्षक कार्यालय, सामान्य शाखा समेत अन्य कार्यालयों का जायजा लिया. जिलाधिकारी ने इन सभी कार्यालय में ताला लटका देखा तथा इनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. वहीं कई ऐसे विभाग थे जिनके कार्यालय का ताला तो खुला था, लेकिन कर्मी ड्यूटी से नदारद थे. डीएम कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति में भी बताया है कि सोमवार को डीएम ने जिला के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कुल 66 कर्मी अनुपस्थित पाये गये. इन सभी का वेतन अगले आदेश तक रोकते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गयी है.
लगातार एक्शन में दिख रहे डीएम राकेश कुमार
गौरतलब है कि जिलाधिकारी राकेश कुमार कुछ दिनों से लगातार एक्शन में दिख रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने पिछले दिनों बरहट प्रखंड में औचक निरीक्षण किया था और इस दौरान एक डाटा ऑपरेटर पर घूस लेने के आरोप में कार्रवाई की थी. इसके अलावा उन्होंने जिले के खैरा प्रखंड, अलीगंज प्रखंड सहित जिले के सभी प्रखंड कार्यालय का जायजा लिया था और कार्रवाई भी की थी.
जनता दरबार लगाने का दिया है निर्देश
बताते चलें कि जिलाधिकारी राकेश कुमार ने जिले भर के लोगों को सहूलियत प्रदान करने के लिए सभी विभाग, सभी बीडीओ व सीओ को प्रतिदिन अपने कार्यालय कक्ष में जनता दरबार लगाने का निर्देश दिया है. इसे लेकर सभी विभाग को पत्र भी जारी किया गया है. इसमें कहा गया कि जिले के सभी बीडीओ व सीओ प्रतिदिन सुबह 11:00 से अपने कार्यालय में जनता दरबार लगाएंगे और क्षेत्र के लोगों की फरियाद सुनेंगे. इसके अलावा उन्होंने खनन विभाग, विद्युत विभाग सहित अन्य विभागों के पदाधिकारी को भी सप्ताह में तीन दिन जनता दरबार लगाने का निर्देश दिया था. लेकिन डीएम के आदेश के अनुपालन के बजाय सभी कार्यालय में सोमवार को ताला लटका दिखा, जिसके बाद डीएम का यह एक्शन सामने आया है.
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