जमुई.
शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर विभाग द्वारा ई-शिक्षा कोष पोर्टल ऐप लॉन्च किया गया है. इस पर शिक्षकों को हर दिन अपनी उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य है. विद्यालय में प्रवेश करने से लेकर स्कूल से निकलने तक शिक्षकों को अपना लॉगिन और लॉगआउट करना है. लेकिन कई शिक्षक ऐसे हैं जो समय से पहले विद्यालय से निकल जाते हैं. ऐसे शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है. आगे भी कार्रवाई होगा. शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ शो-कॉज नोटिस जारी की है. जिला शिक्षा विभाग के स्थापना कार्यक्रम पदाधिकारी पारस कुमार ने पत्र जारी कर कहा कि ई-शिक्षा कोष ऐप पर समय से पूर्व लॉग आउट करने वाले व अब तक अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करने वाले शिक्षकों के खिलाफ एक्शन लिया गया है. ऐसे शिक्षकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ स्पष्टीकरण कर नोटिस जारी किया गया है. पोर्टल से प्राप्त प्रतिवेदन के अवलोकन से ज्ञात हुआ है कि कुछ शिक्षकों द्वारा अब तक अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करायी गयी है. कुछ शिक्षक विद्यालय अवधि समाप्त होने से पूर्व ही लॉग आउट करके विद्यालय से बिना सूचना चले जाते हैं, जो अत्यंत गंभीर विषय है. ऐसे सभी शिक्षकों को जवाब देना होगा कि वे किस कारण स्कूल के समय से पूर्व लॉग आउट कर स्कूल से चले गये हैं.कई शिक्षकों ने नहीं बनायी है अपनी हाजिरी
जानकारी के अनुसार, स्थापना डीपीओ द्वारा जिले के 135 ऐसे शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाई की गयी है. उन शिक्षकों से भी स्पष्टीकरण के जरिये जवाब मांगा है, जिन्होंने पिछले 1 जुलाई से लेकर 30 सितंबर तक ई-शिक्षा कोष ऐप के जरिये अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करायी है. इसमें अलीगंज, बरहट, चकाई, जमुई, झाझा, खैरा, सिकंदरा, लक्ष्मीपुर और सोनो प्रखंड के शिक्षक शामिल हैं. इतना ही नहीं सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 13 शिक्षकों का नाम भी सूची में शामिल है. जबकि 289 ऐसे शिक्षकों को भी विभाग द्वारा नोटिस की गयी है जो समय से पूर्व विद्यालय छोड़ रहे हैं. विभाग के अनुसार सुबह में 9:15 बजे तक लॉगिन किया जाना है, जबकि शाम 4:30 बजे तक लॉग आउट किया जाना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है