खैरा. थाना क्षेत्र के नवडीहा में तीन जून को हुए सत्यदेव आर्य हत्याकांड के मुख्य आरोपित नरेंद्र कुमार की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने मंगलवार को उसके घर में इश्तेहार चिपकाया. गौरतलब है कि तीन जून को जिले के खैरा थाना क्षेत्र के नवडीहा गांव निवासी संजय आर्य के 19 वर्षीय पुत्र सत्यदेव आर्य की अपराधियों ने हत्या कर दी थी. इसके दो दिन बाद पांच जून को पुलिस ने गड्ढे में छुपा कर रखे गये सत्यदेव के शव को बरामद किया था. पुलिस मामले में छानबीन कर रही है. इस मामले में पुलिस ने नवडीहा से ही प्रियांशु कुमार व कटिहार निवासी प्रीतम कुमार उर्फ राजा को भागलपुर से गिरफ्तार किया था. हालांकि इस मामले में आरएएफ जवान नरेंद्र कुमार अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. उसी की गिरफ्तारी को लेकर मंगलवार को उसके घर इश्तेहार चस्पा किया गया है. इस दौरान नरेंद्र कुमार को यह चेतावनी दी गयी है कि 21 जुलाई तक हर हाल में आत्मसमर्पण करना है. समय सीमा के अंदर ऐसा नहीं करने पर घर की कुर्की- जब्ती की जाएगी.
अपनी दुकान से घर लौटने के दौरान कर दी थी हत्या:
बता दें कि पुलिस की जांच में यह सामने आया था कि सत्यदेव अपनी दुकान से घर लौट रहा था, तभी किसी ने फोन कर उसे बुलाया फिर पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी थी. हत्या के पीछे का कारण पुलिस फिरौती के लिए रकम वसूलना बता रही है, हालांकि इस मामले में अभी और भी कई परत खुलना बाकी है. फिलहाल सत्यदेव हत्याकांड के तार अब कटिहार तक पहुंच गये हैं. दरअसल इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भागलपुर से प्रीतम कुमार उर्फ राजा, पिता नवीन यादव को गिरफ्तार किया है, जो कटिहार जिले के बरारी थाना क्षेत्र के बकिया कुशालपुर का रहने वाला है. पुलिस ने गिरफ्तार प्रीतम कुमार उर्फ राजा की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त शावल को बरामद कर लिया है, जिसे हत्या के बाद जमीन में गाड़ दिया गया था. गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने पहले चार युवकों को गिरफ्तार किया था, लेकिन तीन की संलिप्तता सामने नहीं आने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था. पुलिस इस मामले में नवडीहा गांव निवासी प्रियांशु कुमार को पहले ही जेल भेज चुकी है और अब प्रीतम को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि इस पूरे मामले में मुख्य आरोपित आरएएफ जवान नरेंद्र कुमार अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. आरोपित नरेंद्र कुमार पुलिस के डर से मुंबई में छुपा हुआ था, तथा इसकी जानकारी पुलिस को मिली थी. लेकिन सही समय पर छापेमारी नहीं कर पाने के कारण वह वहां से भी भाग निकला था. इस मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ शौर्य सुमन ने लापरवाही बरतने को लेकर खैरा थानाध्यक्ष शशि भूषण कुमार को निलंबित कर दिया है. अब इस मामले में पुलिस ने नरेंद्र के खिलाफ शिकंजा कसने को लेकर यह कदम उठाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है