सोनो. एनएच 333 सोनो-झाझा मुख्य मार्ग पर भीठरा गांव में बीते बुधवार की रात्रि अनियंत्रित ट्रक के सड़क किनारे स्थित एक घर में घुसने से एक महिला की मौत व दूसरी महिला के घायल के बाद गुरुवार सुबह आठ बजे आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने शव को मुख्य सड़क पर रखकर एनएच को जाम कर दिया. इसके बाद दोनों तरफ सैकड़ों वाहन फंस गये. यातायात बाधित होने से यात्रियों को परेशानी भी हुई. सूचना मिलने पर सुबह से ही सोनो थानाध्यक्ष दीनानाथ सिंह व सीओ सुमित कुमार आशीष ने ग्रामीणों को समझाया, लेकिन वे नहीं माने. इस दौरान झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार भी पहुंचे.परिजन व ग्रामीण ट्रक चालक पर कार्रवाई करने, पीड़ित परिवार को 20 लाख मुआवजा और वरीय पदाधिकारियों के आने की मांग कर रहे थे. सूबे के विज्ञान व प्राैद्योगिकी मंत्री सह स्थानीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने भी ग्रामीणों को समझाया. इसके उपरांत साढ़े पांच घंटे बाद दोपहर 1:30 बजे जाम हटाया गया व यातायात बहाल हो सकी. मंत्री ने प्रशासन को यथाशीघ्र पीड़ित परिवार को सरकारी प्रावधानों के अनुसार मुआवजा देने का निर्देश दिया.
मालूम हो कि भीठरा गांव में बुधवार की रात्रि अनियंत्रित ट्रक सड़क किनारे स्थित एक घर में घुस गया था. इस हादसे में खाना खा गर्भवती बहू व उसकी सास गंभीर रूप से घायल हो गयी. हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया. ग्रामीणों ने घायलों को झाझा रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने बहू को मृत घोषित कर दिया जबकि उसकी सास को जमुई रेफर कर दिया. मृतक महिला नीतीश कुमार की पत्नी गुड़िया देवी थी, घायल महिला उसकी सास कलावती देवी है. घटना से गांव में कोहराम मच गया. गुरुवार की सुबह जब पोस्टमार्टम के बाद शव भीठरा पहुंचा तब परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हो गए.घर में आने वाली थीं खुशियां, लेकिन आया चीत्कार
गुड़िया देवी के ससुर दिनेश यादव बताते हैं कि घर में खुशियां आने वाली थी, लेकिन मिला गम. बहू गुड़िया देवी गर्भवती थी. कुछ ही दिनों में घर में किलकारियां गूंजती, लेकिन सब समाप्त हो गया. उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूर्व ही बेटे नीतीश की शादी गुड़िया से हुई थी. घर में खुशियों का माहौल था, क्योंकि मैं दादा बनने वाला था. इस हादसे ने बहू के साथ आने वाला बच्चा भी सदा के लिए चला गया. वहीं कलावती देवी को गंभीर स्थिति में बेहतर इलाज के लिए जमुई रेफर किया गया. उनका इलाज जमुई के एक निजी नर्सिंग होम में किया जा रहा है. परिजनों का कहना कि पैसे का अभाव में कलावती का इलाज नहीं हो पा रहा है. दिनेश बताते हैं कि किसी तरह लोन लेकर घर बनाया था. अब घायल पत्नी का इलाज कहां से करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है