डेंगू से बचाव को लेकर सामुदायिक स्तर पर लोगों को किया जायेगा जागरूक

स्वास्थ्य विभाग जुलाई माह को डेंगू माह के रूप में मना रहा है. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामुदायिक स्तर पर लोगों को डेंगू के कारण, लक्षण, उपचार एवं इससे बचाव के लिए आवश्यक जानकारी देते हुए उनको जागरूक किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2024 9:18 PM

प्रतिनिधि, जमुई. स्वास्थ्य विभाग जुलाई माह को डेंगू माह के रूप में मना रहा है. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामुदायिक स्तर पर लोगों को डेंगू के कारण, लक्षण, उपचार एवं इससे बचाव के लिए आवश्यक जानकारी देते हुए उनको जागरूक किया जा रहा है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ डीके धुसिया ने बताया समुदाय के बीच जन -जागरूकता के लिए ही जुलाई को डेंगू माह के रूप में मनाया जाता है. इसको लेकर जिले के सभी स्कूलों में जाकर डेंगू के पोस्टर के साथ इससे बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. दिन में भी सोते हैं, तो अनिवार्य रूप से लगाएं मच्छरदानी डॉ धुसिया कहते हैं डेंगू बीमारी संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से होता है. इसलिए, अगर आप दिन में भी सोते हैं तो अनिवार्य रूप से मच्छरदानी का प्रयोग करें. इसके साथ ही पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनें. घर व सभी कमरे को साफ-सुथरा एवं हवादार बनाएं रखें. आसपास भी साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें. इसके लिए अपने पड़ोस में रहने वाले अन्य लोगों को भी जागरूक करें, ताकि इस बीमारी के दायरे से सामुदायिक स्तर पर लोग दूर रहें. इस बीमारी से बचाव के लिए रहन-सहन में बदलाव के साथ-साथ साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देने की दरकार है. दरअसल, डेंगू के शुरुआती लक्षण बुखार से ही शुरू होते हैं. इसके कारण लोगों को बीमारी की पहचान करने में भी काफी परेशानी होती है इसलिए, लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी अस्पताल में जांच कराने की जरूरत है. सरकारी अस्पतालों में समुचित व्यवस्था है उपलब्ध डेंगू के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में समुचित व्यवस्था उपलब्ध है. यह बीमारी संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से होती है, जो स्थिर व साफ पानी में पनपता है इसलिए, घर समेत आसपास में जलजमाव नहीं होने दें. जलजमाव होने पर उसे यथाशीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था कर हटायें और पानी जमा होने वाली जगहों पर केरोसिन या कीटनाशक दवा का छिड़काव करें. डेंगू के लक्षण तेज बुखार, बदन, सिर व जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द होना – त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान नाक, मसूढ़े से या उल्टी के साथ रक्तस्राव होना बचाव के उपाय दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें या मच्छर भगाने वाली दवा/क्रीम का उपयोग करें. टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी/फ्रिज के पानी निकासी ट्रे, पानी टंकी, गमला, फूलदान, घर के अंदर व आसपास पानी नहीं जमने दें. जमे हुए पानी में केरोसिन या कीटनाशक दवा डालें.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version