Barhat Block Office: 31 साल बाद भी नहीं मिला अपना भवन
Barhat Block Office: बरहट प्रखंड कार्यालय 31 साल से किसान भवन में संचालित हो रहा है. भवन निर्माण के प्रयास नाकाम रहे, जिससे कर्मचारी व आम लोग परेशान हैं.
Barhat Block Office: प्रखंड के सभी नौ पंचायतों की विकास की रूप रेखा तैयार करने वाला बरहट कार्यालय खुद ही बदहाली का दंश झेल रहा है. लाेग आजादी के अमृत महोत्सव मना रहे हैं, फिर भी बरहट प्रखंड कार्यालय को अपना भवन नहीं हो पाया है. बताते चलें कि आज से तीस साल पहले वर्ष 1994 में बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की सरकार में बरहट को ब्लॉक का दर्जा दिया गया था और किसान भवन में प्रखंड कार्यालय का कार्य प्रारंभ किया गया. इन 31 वर्षों में कितनी सरकारें, कितने पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि आये और चले गये, लेकिन बरहट ब्लॉक को अपना भवन नसीब नहीं हो सका. इससे आज तक बरहट ब्लॉक कार्यालय किसान भवन में ही संचालित हो रहा है.
प्रखंड कार्यालय का संचालन किसान भवन में होने से प्रखंड कार्यालय के कर्मचारियों को भी काम करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. किसान भवन में बने हाल में काउंटर बनाकर कर्मी जनहित से जुड़े कामों का निबटारा कर रहे हैं. कार्यालय कर्मियों की मानें तो प्रर्याप्त जगह व भवन नहीं रहने के कारण आफिस संबंधित कागजात भी जहां-तहां ही पड़ा रहता है. कर्मचारियों को पीने के लिए शुद्ध पानी तक की व्यवस्था नहीं है. प्रखंड के कर्मी व आम लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए बोतल में पानी लेकर आते हैं या आसपास की दुकान से पानी लेकर अपनी प्यास बुझाते हैं.
Barhat Block Office: जमीन की खोज के प्रति पदाधिकारी रहे उदासीन
प्रखंड कार्यालय के भवन निर्माण को लेकर एकाध बार प्रयास भी किया गया, लेकिन परिणाम शून्य रहा. सूत्र बताते हैं कि प्रशासनिक स्तर पर भवन निर्माण को लेकर कई बार प्रखंड के पदाधिकारियों को भूमि अधिग्रहण करने का निर्देश दिया गया. लेकिन प्रखंड व अंचल कार्यालय के पदाधिकारी इस दिशा में उदासीन बने रहे. इस कारण अब तक जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जा सका है और कार्यालय का काम किसान भवन में ही संचालित हो रहा है.
Barhat Block Office: कहते हैं बीडीओ
प्रखंड विकास पदाधिकारी एसके पांडेय ने बताया कि प्रखंड कार्यालय को अपना भवन नहीं रहने से काम करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. भूमि अधिग्रहण का प्रस्ताव आया है, जमीन अधिग्रहण नहीं होने के कारण ही अबतक प्रखंड कार्यालय को अपना भवन नहीं हो पाया है.