जमुई. आगामी 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमुई आ रहे हैं. दौरान पीएम जमुई जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र स्थित बल्लोपुर गांव में जनजातीय गौरव दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे तथा यहीं से पीएम धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत भी करेंगे. प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां तेज हैं तथा कार्यक्रम स्थल पर लगातार हेलीपैड से लेकर जर्मन हैंगर टेंट, सड़क, बैरिकेडिंग इत्यादि का निर्माण कार्य किया जा रहा है. पीएम के आगमन से पहले भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम रविवार को जमुई पहुंचे. उन्होंने बल्लोपुर में पीएम के कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया तथा तैयारी को लेकर कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने जनजातीय लोगों के लिए लगातार काम किया है तथा भाजपा की सरकार ने ही इस देश के जनजाति लोगों को वास्तविक सम्मान दिया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 1999 में जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी थी तब भारत में पहली बार जनजातीय मंत्रालय का गठन किया गया था. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में वर्ष 2022 में बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 में बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर के अवसर पर हर साल जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था. पिछले वर्ष 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के खूंटी जिले के उलिहातु गांव स्थित बिरसा मुंडा के पैतृक गांव गये थे. वहां जाकर पीएम ने बिरसा मुंडा के परिजनों से मुलाकात की थी. इसके साथ ही खूंटी में एक जनसभा को संबोधित भी किया था. इस साल जमुई जिले में जनजातीय गौरव दिवस का राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
देश भर के विभिन्न राज्यों में आयोजित होगा यह कार्यक्रम
केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने कहा कि आगामी 15 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पार्लियामेंट में स्थापित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमुई में इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इसके साथ ही देश के 27 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में यह कार्यक्रम मनाया जाएगा. कई राज्यों में मुख्यमंत्री और राज्यपाल कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, तो भारत सरकार के 16 केंद्रीय मंत्री अलग-अलग राज्यों में जाएंगे तथा इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. भारत के करीब 500 जिलों में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर में मुख्यमंत्री मोहन चंद्र मांझी और राज्यपाल रघुवर दास मौजूद रहेंगे. मध्य प्रदेश में अभी स्थान तय नहीं किया गया लेकिन वहां भी मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे. छत्तीसगढ़ में भी वह स्थान तय नहीं किया गया, जबकि उसमें भी मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे. बाकी सभी राज्यों में मुख्यमंत्री, राज्यपाल के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहेंगे.जमुई में पीएम-सीएम के साथ शामिल होंगे गवर्नर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जमुई में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक एवं अन्य लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि रविवार को सभा स्थल का दौरा किया है तथा तैयारी का जायजा लिया है. साथ ही जो भी आवश्यकता है उसे हिसाब से कार्य करने का निर्देश दिया है. कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर पार्टी के सांसद विधायक मंत्री सहित अन्य लोग लगातार काम कर रहे हैं.भाजपा ने जनजातीय आबादी को दिया सम्मान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित करना भारत सरकार का एक सराहनीय कदम है. उन्होंने कहा कि पहले भारतवर्ष में जनजातीय कार्य मंत्रालय जैसा कोई मंत्रालय नहीं था. पहले यह गृह मंत्रालय का एक छोटा सा हिस्सा हुआ करता था. बाद में यह कल्याण विभाग में एक छोटे से हिस्से में काम करता था. इसके बाद सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट में एक टीडी डिवीजन के रूप में काम करता था. 1999 में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तथा अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री बने तब पहली बार जनजातीय कार्य मंत्रालय बनाया गया और पहली बार मुझे ही मंत्रालय का मंत्री बनाया गया था.जनजातीय पैकेज से देश भर के 63 हजार गांवों को पहुंचेगा लाभ, 25 हजार किलोमीटर सड़क का होगा निर्माण
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि जमुई तथा इसके आसपास के जनजातीय क्षेत्र को प्रमुखता देकर उन इलाकों में बिरसा मुंडा के बारे में तमाम जानकारियां का संचार किया जायेगा. गौरतलब है कि पीएम यहां से धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत भी करेंगे. इस बाबत केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बीते दो अक्तूबर को झारखंड के हजारीबाग में जनजाति लोगों के लिए 80 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा की गयी है. जिसमें भारत सरकार के 27 मंत्रालय काम करेंगे. मंत्री ने बताया कि इसमें 63 हजार गांवों को शामिल किया जायेगा. जिसमें सड़क, पानी, बिजली, दूर संचार जैसी सभी सुविधा बहाल की जायेगी. इसके अलावा 20 लाख अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास योजना का भी लाभ लोगों को दिया जायेगा. 25 हजार किलोमीटर तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क बनायी जायेगी. इसके साथ ही बिजली कनेक्शन दिया जायेगा. मौके पर उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, राज्यसभा सांसद शंभू शरण पटेल, कहलगांव विधायक पवन यादव, कटोरिया विधायक निक्की हेंब्रम, जमुई विधायक श्रेयसी सिंह, पूर्व विधान पार्षद संजय प्रसाद सहित एनडीए के कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है