बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से आया था बोड़बा

अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह का सरगना है रवि चौधरी, हुई गिरफ्तारी

By Prabhat Khabar News Desk | August 1, 2024 10:15 PM

झाझा. अंतरराज्यीय अपहरण, लूट कांड समेत अन्य कांड का सरगना बांका जिला अंतर्गत बेलहर थाना क्षेत्र के चिरौता गांव निवासी अशोक चौधरी के पुत्र रवि चौधरी को झाझा थाना क्षेत्र के बोड़बा बाजार से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उसके पास से एक सैमसंग कंपनी का मोबाइल फोन व एयरटेल कंपनी का सिम बरामद किया है. एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि 22 जुलाई को थाना क्षेत्र के मछिंदरा-जखराज मंदिर के समीप से हनी ट्रैप कर दो युवक के फिरौती के लिए अपहरण की सूचना प्रतिवेदित हुई थी. इसके आलोक में ग्रामीणों के सहयोग से 10 घंटे के अंदर धर्मा पासवान व अर्जुन सिंह को गिरफ्तार किया गया था. दोनों के गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस लगातार कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही थी. इसके बाद 25 जुलाई को पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में पुनः चार लोगों को गिरफ्तार किया. छानबीन के दौरान ही अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह के सरगना रवि चौधरी का नाम सामने आने पर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी प्रारंभ की. इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक डॉ शौर्य सुमन को सूचना मिली की अंतरराज्यीय गिरोह का सरगना रवि चौधरी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने को लेकर झाझा बोड़वा बाजार में घूम रहा है. तभी मेरे नेतृत्व में थानाध्यक्ष संजय कुमार, पुलिस पदाधिकारी नंदन कुमार, कुंज बिहारी समेत विशेष टीम छापेमारी के लिए बोड़बा बाजार गयी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. एसडीपीओ ने बताया कि 22 जुलाई के अपहरण के मामले में अंतरराज्यीय गिरोह का सरगना रवि चौधरी मुख्य साजिशकर्ता है. रवि चौधरी पर जमुई, बांका, देवघर जिला में दर्जनों कांड अंकित है और वह फरार चल रहा था. हनी ट्रैप में शामिल महिला की भी शिनाख्त कर ली गयी है. जल्द ही उसकी भी गिरफ्तारी कर ली जायेगी.

नक्सली गतिविधि में भी शामिल रहा है रवि चौधरी

पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार रवि चौधरी लूट, हत्याकांड, राहजनी के मामलों में आरोपित है. उस पर झाझा थाना, बेलहर थाना में नक्सली गतिविधि में शामिल होने को लेकर भी मामला दर्ज है. पूर्व में भी गिरफ्तार कर इसे जेल भेजा गया है. इसकी गिरफ्तार को लेकर पुलिस लगातार छानबीन कर रही थी. रवि चौधरी शातिर किस्म का अपराधी है. लंबे समय से अपराध के इतिहास में साइलेंस क्रिमिनल की तरह घटना को अंजाम देकर झारखंड भाग जाया करता था. यह रूप बदलकर भी घटना को अंजाम दिया करता था. मौके पर कई पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे.

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