23 घंटे बाद मिला नदी में डूबे मजदूर का शव

आक्रोशित लोगों ने किया रोड जाम, परेशान रहे लोग

By Prabhat Khabar News Desk | September 18, 2024 9:40 PM
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बरहट. किऊल नदी में मंगलवार संध्या डूबे बिजली मजदूर विवेक यादव का शव घंटों मशक्कत के बाद बुधवार शाम चार बजे के बाद पानी से निकाला गया. जानकारी के अनुसार 33 हजार केवीए विद्युत तार टूटकर नदी में गिर गया था. जिसे निकालने आठ-दस मजदूर के साथ विवेक कुमार भी गया था. इसी दौरान अचानक वह पानी में डूब गया और उसके साथ रहे मजदूर देखते रह गया. मृतक बिजली मजदूर खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत जीत झिगोंई गांव निवासी विवेक यादव पिता सत्यनारायण यादव है. विवेक यादव के साथ रहे मजदूरों ने बताया कि हमलोग जिला मुख्यालय निवासी संजय भालोटिया नामक ठेकेदार के साथ एक साल से काम कर रहे हैं. टूटे तार को निकालने को लेकर संवेदक ने ही भेजा था. इसी क्रम में विवेक पानी की तेज धारा में बह गया. साथ रहे मजदूरों के द्वारा घटना की जानकारी मृतक के परिवार, संवेदक व स्थानीय प्रशासन को दिया गया. लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण विवेक की खोजबीन नहीं किया जा सका. बुधवार सुबह बेगेसराय से आयी एसडीएफ की टीम ने घंटों मशक्कत कर शव को पानी से निकाला.

घटना से आक्रोशित परिजनों ने किया रोड जाम

घटना से आक्रोशित विवेक के परिजन सहित अन्य लोगों ने बुधवार सुबह जमुई-मलयपुर मुख्य मार्ग को पत्नेश्वर चौक जाम कर दिया. मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया. दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. सड़क जाम की सूचना मिलते ही बीडीओ एसके पांडेय, सीओ मयंक अग्रवाल, मलयपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर विकास कुमार, बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव वहां पहुंचे और सड़क जाम कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया गया. करीब दो-ढ़ाई घंटे तक रहे जाम से आमलोगों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ा.

बिजली विभाग के पदाधिकारी व ठेकेदार पर केस दर्ज करने की मांग

मृतक के पिता सत्यनारायण यादव ने मलयपुर थाना में आवेदन देते हुए बिजली विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी,एसडीओ, कनीय अभियंता के साथ संबंधित ठेकेदार सजंय भालोटिया पर विवेक को जबरन काम पर ले जाने व तार जोड़ने को लेकर पानी में भेजने का आरोप लगाया है. अपने आवेदन में उन्होंने बताया जब विवेक पानी में डूब गया तो ठेकेदार के साथ-साथ विभाग के सभी कर्मी वहां से भाग गये थे.

परिजनों का रो-रो कर था बुरा हाल

परिजनों ने बताया कि विवेक घर का एक मात्र कमाऊ सदस्य था. वह मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था. विवेक की मौत से उसकी बूढ़ी मां, बूढ़े पिता, पत्नी, दो छोटी बच्ची का भरण-पोषण अब भगवान भरोसे रह गया है. नदी के किनारे विवेक की पत्नी और उसकी मां रोते-रोते बार-बार बेहोश हो रही थी. छोटे-छोटे बच्चे भी रो रहे थे. नदी के किनारे हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गयी थी.

कहते हैं अंचलाधिकारी

सीओ मयंक अग्रवाल ने बताया कि काफी खोजबीन के बाद एसडीआरएफ की टीम ने मजदूर विवेक का शव बरामद किया है. सरकारी प्रक्रिया के तहत पीड़ित परिजनों को लाभ दिलाने का प्रयास किया जायेगा.

कहते हैं थानाध्यक्ष

मलयपुर थानाध्यक्ष विकास कुमार मृतक विवेक यादव के पिता सत्यनारायण यादव के द्वारा आवेदन दिया गया है. आवेदन के आलोक में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

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