फेस एटेंडेंस के सरकारी आदेश की प्रति जलायी
एएनएम सीएचओ ने जताया आदेश का विरोध
जमुई. 17 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों ने गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष नारेबाजी की. सरकार द्वारा जारी फेस एटेंडेस के आदेश की प्रतियां को जला कर विरोध प्रदर्शन किया. ये फेस एटेंडेंस बंद करो, समान काम के समान वेतन लागू करो, पांच माह से बकाया वेतन का अविलंब भुगतान करो, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की मूलभूत सुविधा की व्यवस्था, सीएचओ का कैडर का निर्माण कर के नियमित करने आदि की मांग कर रहे थे. प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए माले नेता बाबू साहब सिंह ने कहा कि नीतीश और नरेंद्र मोदी की डबल इंजन की सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में दोहरी नीति लागू हो रही है. जहां नियमित और ठेका मानदेय पर बहाल कर्मियों के साथ भेदभाव किया जा है. संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मियों को फेस एटेंडेंस का नियम के तहत एटेंडेस लेता है वही रेगूलर बहाल एएनएम कर्मी को फेस एटेंडेस से अलग रखना सरासर गलत है. संघ के संयोजक रानी कुमारी ने कहा कि संविदा पर बहाल एएनएम जहां ग्रास रूट पर ग्रामीण क्षेत्रों में काम करते है वही जमुई के भौगोलिक बनावट के कारण नेटवर्क नही रहने के कारण फेस एटेंडेंस बनाने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है तो दूसरी तरफ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. पांच महीनों से वेतन बंद है सरकार की नजरें इन समस्याओं पर नहीं जाती है. सिर्फ कर्मी विरोधी फरमान जारी किया जाता है. मौके पर हुकुम सिंह, रितेश कुमार, महावीर यादव, अमृता रानी श्वेता महेता, सोनम कुमारी, अनुपम कुमारी, सावित्री कुमारी, विक्रम सिंह गुर्जर, आदित्य छत्रपति सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.
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