चरकापत्थर पुलिस ने की 81 बोतल शराब बरामद
चरकापत्थर पुलिस ने की 81 बोतल शराब बरामद
जमुई: झारखंड से बाइक द्वारा पहाड़ी जंगल के रास्ते किए जा रहे विदेशी शराब की तस्करी के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए बुधवार की शाम चरकापत्थर पुलिस ने विदेशी शराब की एक खेप को पकड़ने में सफलता हासिल किया.
हालांकि इस कार्रवाई के दौरान बाइक पर सवार दोनों कारोबारी बाइक सहित फरार होने में कामयाब रहा. पुलिस ने प्लास्टिक के बोरा में भरे 81 बोतल विदेशी शराब को मौके से जब्त कर लिया. पुलिस ने फरार दोनों कारोबारी को चिह्नित करते हुए दोनों के विरुद्ध प्रथमिकी दर्ज किया है. दरअसल कारोबारी झारखंड से पहाड़ी जंगल के रास्ते प्लास्टिक बोरा में भरकर शराब भरे बोतल को चरैया की ओर ले जा रहा था.
पुलिस अधीक्षक डाॅ इनामुल हक मेंगनु को इसकी गुप्त सूचना मिली. एसपी ने चरकापत्थर थानाध्यक्ष को कार्रवाई का निर्देश दिया. थानाध्यक्ष शंभु शर्मा ने एसआई अरुण राय के साथ कार्रवाई करते हुए मरियम पहाड़ी के समीप जरलाहा करम मोड़ पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया. कुछ देर बाद ही जंगल की ओर से कच्ची रास्ते पर एक बाइक आता दिखा जिसपर दो लोग सवार था. बीच में प्लास्टिक का बोरा रखा हुआ था. वाहन चेकिंग कर रहे पुलिस बल को दूर से ही देख बाइक सवार प्लास्टिक बोरा गिराकर वापस जंगल में फरार हो गया.
हालांकि पुलिस बल ने दोनों का पीछा किया लेकिन दोनों को पकड़ने में सफल नहीं हो सका. थानाध्यक्ष ने दोनों कारोबारी की पहचान सूत्रों के माध्यम से किया. थानाध्यक्ष ने बताया कि फरार कारोबारी की पहचान भगवाना गांव के सुबोध यादव और लालीलेबार गांव के नीतीश यादव के रूप में कई गई है.
फरार होने के दौरान बाइक से गिराए गए बोरा को जब्त कर जब पुलिस ने उसे खोला तो विभिन्न ब्रांडों के 81 विदेशी शराब के बोतल पाए गए. इसमें ऑफिसर च्वाइस ब्लू ब्रांड के 750 एमएल वाले 6 बोतल, रॉयल चैलेंजर ब्रांड के 375 एमएल वाले 36 बोतल, रॉयल स्टैग ब्रांड के 375 एमएल वाले 15 बोतल, इम्पीरियल ब्लू ब्रांड के 375 एमएल वाले 24 बोतल पाए गए.
बताते चलें कि चरकापत्थर थाना क्षेत्र के पहाड़ी जंगल की ओर से झारखंड की सीमा नजदीक है जिस कारण उस इलाके में जंगल के रास्ते बाइक से शराब लाकर बिक्री की जाती है. कुछ माह पूर्व भी चरकापत्थर पुलिस ने तीन बाइक से लाए जा रहे बड़ी संख्या में शराब की खेप को पकड़ा था इस कार्रवाई में जंगल मे भागते हुए दो कारोबारी भी पुलिस के हत्थे चढ़े थे.