झाझा.
किऊल रेलवे स्टेशन पर पटना-जसीडीह मेमू ट्रेन के जली बोगी के झाझा में आने के बाद लगातार कई रेलवे उच्च अधिकारी जांच को पहुंच रहे हैं. शनिवार को हाजीपुर जोन के मुख्य संरक्षा पदाधिकारी प्रभात कुमार ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ पहुंचकर जले बोगी का एक-एक पुर्जे का निरीक्षण किया. स्पेशल गरुड़ से झाझा आये प्रभात कुमार मेमू कारशेड पहुंचे. जली बोगी को देखा. उसपर लगे मोटर कर का बारीकी से निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने टॉर्च व हेलमेट लगाकर बोगी के अंदर, जहां मोटर में आग लगी थी और पूरी बोगी में आग फैली थी, उसका भी मुआयना किया. इसके अलावा उन्होंने बोगी के नीचे जाकर भी जले पार्ट का निरीक्षण किया. उन्होंने जली बोगी और सही बोगी का तुलना भी की. टीम में मौजूद एडीआरएम अनुपम कुमार चंदन समेत कई अधिकारियों के साथ लगातार वे निरीक्षण के दौरान विचार- विमर्श भी कर रहे थे. लेकिन बोगी में आग कैसे लगी, आग लगने का क्या कारण है, इसका अब तक कुछ पता नहीं चला है. न ही आग लगने के कारणों के बारे में मुख्य संरक्षा पदाधिकारी ने कुछ बताया.कई टीमें कर रहीं मामले की जांच
मुख्य संरक्षा पदाधिकारी प्रभात कुमार ने कहा कि बोगी में आग तो लगी है. कैसे लगी, इसकी फिलहाल वृहत जांच चल रही है. कई टीम बनायी गयी हैं. सभी टीम के लोग अपने-अपने बिंदु पर जांच कर रहे हैं. जांच पूर्ण होने के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचा जा सकता है. तभी पता चलेगा कि आग कैसे लगी है. यह पूछे जाने पर कि जली बोगी में शराब की बोतल पायी गयी. उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है. कैसे बोतल आयी. इसकी भी जांच की जायेगी. बोगी जलने के बाद भी आखिर बोगी में कैसे शराब की बोतल पायी गयी, यह भी जांच का विषय है. फिलहाल कई तरह की जांच चल रही है. मौके पर हाजीपुर, दानापुर, किऊल रेलवे उच्च अधिकारियों के अलावा झाझा स्टेशन प्रबंधक रविकांत माथुरी, यातायात निरीक्षक रवि गुप्ता, आरपीएफ सहायक कमांडेंट एचन राम, डीईई अभियंता संजीव कुमार, संजय कुमार सिंह, शशि भूषण ,अशोक ठाकुर के अलावा बड़ी तादाद में कई पदाधिकारी मौजूद थे.
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