सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने को लेकर सरकार प्रतिबद्ध: डीएम
नक्सल प्रभावित चोरमारा गांव में लगा विकास शिविर, डीएम-एसपी ने दी विकास योजनाओं की जानकारी
जमुई. जिले के अत्यंत नक्सल प्रभावित बरहट प्रखंड क्षेत्र के चोरमारा गांव में शनिवार को जिला प्रशासन ने विकास शिविर का आयोजन कर लोगों को चलायी जा रही विकास योजनाओं की जानकारी दी. नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले चोरमारा गांव में डीएम-एसपी सहित अन्य पदाधिकारी ने लोगों की समस्याएं सुनी. वहीं इस दौरान पदाधिकारियों को अपने बीच प्रकार ग्रामीण भी उत्साहित दिखे. दरअसल डीएम राकेश कुमार के निर्देश पर शनिवार को चोरमारा गांव स्थित सीआरपीएफ 215 बटालियन कैंप परिसर में ग्राम विकास शिविर का आयोजन किया गया, जहां ग्रामीणों से संवाद कर वे उनकी समस्याओं से रूबरू हुए. उक्त शिविर में आइसीडीएस की ओर से लगाये काउंटर में एक महिला की गोद भराई की रस्म जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने अदा की. शिविर में लोगों को संबोधित करते हुए डीएम राकेश कुमार और एसपी डॉ शौर्य सुमन ने कहा कि सभी सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है. इस क्षेत्र के नौजवानों, बुर्जुगों, महिलाओं व बच्चों की सरकारी योजनाओं में सहभागिता सुनिश्चित करने को चुनौती के रूप में लेकर इसे साकार करना है. उन्होंने कहा कि जनसंवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरकार के द्वारा चलायी जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचना है. इसके लिए सभी विभाग के पदाधिकारी समेत कर्मी आपके द्वार तक आये हैं. योजनाओं का लाभ लेने में आप लोगों काे अगर किसी प्रकार के परेशानी हो, तो आप सीधे मेरे मोबाइल नंबर पर संपर्क कर जानकारी दें, तुरंत कार्रवाई होगी.
लगाये गये थे दर्जन भर काउंटर
विकास शिविर में लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से चलायीई जा रही विभिन्न योजनाओं का काउंटर बनाया गया था. कैंप में प्रधानमंत्री आवास योजना, नल जल योजना, खाद्य आपूर्ति योजना, मनरेगा, जीविका, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार सहित 12 काउंटर लगाया गया था. इन काउंटरों पर मनरेगा जॉब कार्ड के 50, आधार कार्ड के 70, राशन कार्ड के 125, जन्म प्रमाणपत्र के 100, स्वास्थ्य जांच के लिए एक हजार, विद्युत विभाग संबंधित 20 आवेदन, कृषि विभाग से संबंधित 02 बोरिंग व 01 मोटर के लिए आवेदन ग्रामीणों के द्वारा दिया गया. वहीं प्राप्त आवेदन पर संबंधित विभाीय पदाधिकारी ने जांच के उपरांत कार्रवाई की बात कही.
शिविर के बाद अधिकारियों ने किया ग्रामीणों से सीधा संवाद
शिविर के बाद जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों से सीधा संवाद किया. जन संवाद के दौरान गांव के ही महिला सुनीता देवी ने अनुरोध किया कि गांव में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनवा दिया जाये, ताकि समय पर लोगों का प्राथमिक उपचार हो सके. समस्या से रूबरू हो तुरंत जिलाधिकारी जिला चिकित्सा पदाधिकारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया. कस्तूरबा विद्यालय बरहट के बच्चों ने उच्च शिक्षा के लिए गांव में ही प्लस टू हाई स्कूल निर्माण करने की मांग की. इस दौरान ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को बारी-बारी से अपनी-अपनी परेशानी सुनायी, ग्रामीणों ने मूलभूत सुविधा पानी, बिजली, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य उपलब्ध कराने की मांग की. शिविर में आये लोगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो. इसका विशेष ध्यान रखा गया. शिविर में उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी अभय कुमार तिवारी, सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, बरहट थानाध्यक्ष मुखिया समाजसेवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. मौके पर सीआरपीएफ 215 बटालियन के कमांडेंट विनोद कुमार मोहरील भी मौजूद थे.
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