कटिहार के पिंडा में हुए हत्याकांड में मृतक के परिजनों को मिले बीस लाख का मुआवजा : माले

राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत भाकपा माले व आदिवासी संघर्ष मोर्चा ने कटिहार के पिंडा में जमीन विवाद में हत्या, गोलीबारी और आगजनी मामले में आरोपित की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार को बाबा साहेब प्रतिमा स्थल पर धरना दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 9, 2024 9:19 PM

जमुई. राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत भाकपा माले व आदिवासी संघर्ष मोर्चा ने कटिहार के पिंडा में जमीन विवाद में हत्या, गोलीबारी और आगजनी मामले में आरोपित की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार को बाबा साहेब प्रतिमा स्थल पर धरना दिया. मौके पर आदिवासी संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक कल्लू मरांडी ने कहा कि कटिहार जिले के मनसाही थानातंर्गत पिंडा गांव में बीते 30 नवंबर को जमीन जोतने के दौरान महेंद्र उरांव व रघुनाथ उरांव पर गोविंद सिंह और उनके साथ आये दबंग-अपराधियों ने जानलेवा हमला किया था. गोलीबारी के क्रम में वैद्यनाथ उरांव के पेट में गोली लगी और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई. जबकि जबना उरांव को जांघ व हाथ में गोली लगी. वे फिलहाल भागलपुर में इलाजरत हैं. एक महिला भी घायल है. इस दौरान दो ट्रैक्टर को आग के हवाले करके पूरे इलाके में दहशत का माहौल बनाने की कोशिश की गई और अबतक इस मामले में प्रशासन के द्वारा केवल खानापूर्ति की गयी है.

आरोपित खुला घूम रहा है

भाकपा माले जिला सचिव शंभू शरण सिंह ने कहा कि स्थानीय थाना चार घंटे तक इस भयावह घटना को बस देखते रही. अगर पुलिस इस मामले में त्वरित कार्रवाई करती तो दबंगों को गिरफ्तार किया जा सकता था. पुलिस की कार्यशैली से घटना का मुख्य आरोपित अभी भी खुला घूम रहा है. माले विधायक दल के नेता महबूब आलम के द्वारा जब कटिहार एसपी से बात की गई तो उसके बाद पुलिस ने एक नामजद सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया. लेकिन मुख्य आरोपित अभी भी खुला घूम रहा है और उसके द्वारा आदिवासी समुदाय के लोगों को धमकाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आरोपित लोग सत्ताधारी पक्ष के द्वारा संरक्षित किए जा रहे हैं, जिस कारण पुलिस भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.

जले ट्रैक्टर के एवज में 10-10 लाख रुपये देने की मांग

आदिवासी किसान नेता बासुदेव हांसदा ने मांग करते हुए कहा कि घटना में मारे गए वैद्यानाथ उरांव के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा मिले, जले ट्रैक्टर के एवज में 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाये, घायलों का सरकारी स्तर पर इलाज कराया जाये, मजिस्ट्रेट और पुलिस के संरक्षण में महेंद्र उरांव और रघुनाथ उरांव को जमीन पर अधिकार मिले. मनसाही थाना की संदिग्ध भूमिका देखते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो. मौके पर मो हैदर, रामस्वरूप तांती, किरण गुप्ता, मुनिया देवी, रीना देवी, बिछिया देवी, रुक्मिणी देवी, राजकिशोर किस्कू, तिलिया देवी सहित अन्य लोग मौजूद थे.

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