टीबी संक्रमण की जांच के लिए सीवाई टेस्ट का शुभारंभ
आसपास रहने वालों में संक्रमण की होगी पहचान
जमुई. टीबी मरीजों के आसपास रहने वाले परिजन में भी अब संक्रमण की जांच हो सकेगी. इसे लेकर गुरुवार को जिले में सीवाई टेस्ट का शुभारंभ किया गया. इसके जरिए अब टीबी मरीजों के नजदीक रहने वाले परिजनों में संक्रमण की जांच की शुरुआत कर दी गई है. यह टेस्ट सहज, सरल और आरामदायक है, जिससे संक्रमण की पहचान तेजी से हो सकेगी. इस टेस्ट का लाइव प्रशिक्षण सिविल सर्जन कार्यालय के सभाकक्ष में पटना से आये विश्व स्वास्थ्य संगठन के कंसल्टेंट डॉ (मेजर) अवकाश सिन्हा द्वारा दिया गया. इस मौके पर जिले के संचारी रोग पदाधिकारी (यक्ष्मा) डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि यह जांच त्वचा पर छोटे से इंजेक्शन के माध्यम से की जाती है. 48 से 72 घंटे के अंदर यदि इंड्यूरेशन 5 मिमी से अधिक होता है तो मरीज को टीबी संक्रमित मानकर टीपीटी दवा दी जाएगी. यदि इंड्यूरेशन 5 मिमी से कम हो, तो मरीज को असंक्रमित मानकर डेढ़ महीने बाद दोबारा जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों के परिवार के सभी सदस्यों की शत-प्रतिशत स्क्रीनिंग की जाएगी ताकि संक्रमण का समय रहते पता लगाया जा सके. वहीं, टीबी मरीजों को मिलने वाली नकद सहायता राशि को 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया गया है. इससे मरीजों को पोषण और इलाज में सहायता मिलेगी. इस अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों से आए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक, सीएचओ और एएनएम मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया गया. पटना से आए ट्रेनर ने बताया कि इससे टीबी संक्रमित लोगों की पहचान तेजी से होगी, जिससे टीबी रोग की कुल वृद्धि दर 8.3 प्रतिशत तक कम हो सकती है. संचारी रोग प्रभारी ने बताया कि जिले में पर्याप्त संख्या में सीवाई टीबी टेस्ट वायल उपलब्ध हैं. प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण पूरा होने के बाद यह टेस्ट आम लोगों के लिए भी सुलभ हो जाएगा. जिले में इसकी लंबे समय से जरूरत महसूस की जा रही थी, जिसे अब पूरा किया जा रहा है.
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