गिद्धौर. दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को नशा खुरानी गिरोह का शिकार होकर बेहोशी की हालत में पहुंचे भागलपुर के कस्बा गांव निवासी ताजुद्दीन अंसारी की इलाज के दौरान मौत हो गयी. इसके बाद उनका शव पेशेंट वार्ड में रखे होने के कारण इलाज के लिए अस्पताल आये अन्य मरीजों को घोर दिक्कतों का सामना करना पड़ा. शव वार्ड में पड़े रहने के कारण अन्य मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र के बरामदे पर रात गुजारनी पड़ी. इसके साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों ने भी वार्ड के बाहर ही मरीजों का उपचार किया. बरामदे में पंखा नहीं होने की वजह से रात भर मरीज परेशान रहे. बाजार से खरीदकर लाये हाथ पंखे के सहारे गर्मी से बचने की कोशिश में लगे रहे. कई मरीजों ने नाम नहीं छापे जाने के शर्त पर बताया कि इन दिनों अस्पताल प्रबंधन द्वारा दूर दराज से स्वास्थ्य समस्या लेकर आने वाले मरीजों को यहां कुव्यवस्था का सामना हर दिन यहां करना पड़ रहा है. स्वास्थ्य प्रबंधन द्वारा ध्यान नहीं दिये जाने के कारण वार्ड में जहां शव पड़ा रहा, वहीं इलाज के लिए आये अन्य मरीजों को बरामदे में उपचार करवाना पड़ा. इससे उन्हें घोर असुविधा का सामना करना पड़ा. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अजिमा निशात ने कहा कि वार्ड में शव के पड़े रहने से तत्काल यह परेशानी हुई है. मरीजों को अस्पताल में हर तरह की स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए अस्पताल प्रबंधन प्रतिबद्ध है.
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